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दिल्ली क्राइम ब्रांच ने की सट्टे से 100 करोड़ रुपये कमाने वाले को मकोका में गिरफ्तार

Kunti Dhruw
17 Jan 2022 6:01 PM GMT
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने की सट्टे से 100 करोड़ रुपये कमाने वाले को मकोका में गिरफ्तार
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राजधानी में सट्टा चलाकर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाले एक शख्स को मकोका के मामले में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली : राजधानी में सट्टा चलाकर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वाले एक शख्स को मकोका के मामले में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान ललित वर्मा उर्फ नीतू के रूप में की गई है. उसके पिता सहित कई लोगों के खिलाफ 2015 में मकोका का मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में वह फरार चल रहा था. अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था. उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था.

डीसीपी मोनिका भारद्वाज के अनुसार, 27 नवंबर 2015 को भजनपुरा थाने में सट्टे व संगठित अपराध को लेकर मकोका का एक मामला दर्ज किया गया था. रोशन लाल वर्मा, अमरनाथ बजाज, योगेश्वर दयाल शर्मा एवं उनके अन्य साथियों द्वारा किए जा रहे संगठित अपराध के चलते यह एफआईआर दर्ज की गई थी. ज्वाइंट सीपी ईस्टर्न रेंज मंजूरी के बाद यह मामला दर्ज किया गया था. छानबीन के दौरान रोशन लाल वर्मा ने यह खुलासा किया था कि उसका बेटा ललित वर्मा इस संगठित अपराध में उनके गैंग का महत्वपूर्ण हिस्सा है. अमरनाथ बजाज ने भी ललित वर्मा का नाम अपने स्टेटमेंट में लिया था. गैंग के कई सदस्यों के गिरफ्तार होने के बाद ललित वर्मा और पुरुषोत्तम सट्टे का पूरा काम संभाल रहे थे.पुलिस को यह भी पता चला था कि माफिया डॉन डीपी यादव का उन्हें संरक्षण है. ललित वर्मा की काफी तलाश की गई लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था. उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. अदालत ने प्रक्रिया पूरी करने के बाद 2017 में उसको भगोड़ा घोषित कर दिया था.
उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि ललित वर्मा हिमाचल प्रदेश में छिपा हुआ है. वहीं बैठकर वह सट्टे का काम संभाल रहा है. वह कभी-कभी दिल्ली आता है. इस जानकारी पर एसीपी उमेश भरतवाल की देखरेख में इंस्पेक्टर की टीम ने रविवार को उसे दिल्ली के उत्तम नगर से गिरफ्तार कर लिया.गिरफ्तार किए गए ललित वर्मा के खिलाफ पहले भी लुधियाना के मॉडल टाउन थाने में गैंबलिंग का मामला दर्ज है. इस मामले में भी वह भगोड़ा घोषित है. वह 2010 से इस सट्टा सिंडिकेट में काम कर रहा था. उसने पुलिस को बताया कि 2006 से वह सट्टे का काम कर रहा है. मकोका में 2015 में उसके पिता की गिरफ्तारी हुई थी. पुलिस के समक्ष उसने खुलासा किया है कि इस सट्टे से वह अब तक 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी कमा चुका था. उसने कई जगह पर इससे संपत्ति खरीदी थी.


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