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दिल्ली: पतंजलि योगपीठ में उपचार कराने के नाम पर ठगी, रोहिणी पुलिस ने को किया गिरफ्तार

Admin Delhi 1
28 March 2022 12:08 PM GMT
दिल्ली: पतंजलि योगपीठ में उपचार कराने के नाम पर ठगी, रोहिणी पुलिस ने को किया गिरफ्तार
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दिल्ली न्यूज़: हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में उपचार करवाने वहां पर रूकने की व्यवस्था करने आदी के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतर्राज्जीय ठग गैंग का रोहिणी साइबर थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गैंग के दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। जो अभी तक डेढ सौ से ज्यादा भारत के विभिन्न शहरों के लोगों को ठगकर लाखों रुपये अपने बैंक खातों में डाल चुके थे। पुलिस उनके नेटवर्क के बारे में पता करने की कोशिश कर रही है। आरोपितों की पहचान नालंदा, बिहार के रहने वाले पवन कुमार और बिट्टू कुमार के रूप में हुई है। आरोपिताें के कब्जे से उनके 72 बैंक खातों से नौ लाख रुपये, जब्त किये। जबकि 63 एटीएम/डेबिट कार्ड, 15 चेक बुक और 17 पासबुक,10 मोबाइल फोन और 54 सिम कार्ड बरामद किये हैं। अभी तक आरोपितों के द्वारा किये गए 32 पीडि़तों के बारे में पता चल पाया है। आरोपी बिट्टू कुमार 8वीं कक्षा तक पढ़ा है। वह खिलौने की फैक्ट्री में काम करता था जबकि उसका साथी गौतम कुमार 10वीं क्लास तक पढ़ा है। वह भी खिलौने की फैक्ट्री में काम करता था। जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तयाल ने बताया कि पतंजलि योगपीठ के साथ टेलीफोन पर बातचीत में यह पाया गया है कि लगभग 157 पीडि़तों ने इसी तरह की शिकायतों के साथ पतंजलि योगपीठ से संपर्क किया है। इसके बारे में आरोपितों से जब्त मोबाइल फोन और उनकी सिमकार्ड के जांच की जा रही है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कुछ समय पहले शिकायतकर्ता अनिल मुत्रेजा ने साइबर पुलिस स्टेशन रोहिणी में शिकायत दर्ज करवाई थी।

उन्होंने बताया कि पतंजलियोग ग्राम, हरिद्वार में अपनी बेटी के इलाज के लिए योगग्राम ऑफिसियल.नेट साइट से एक मोबाइल फोन नंबर लिया। जिसपर संपर्क किया था। आरोपित ने उसे अपने जाल में फंसा लिया और उसे उनकी बातों का निवारण करने का भरोसा दिया। उसका विश्वास जीतने के लिए आरोपी ने उसे पतंजलि की कई तस्वीरें और ठहरने और इलाज के लिए कई पैकेज भी भेजे। जिसपर पूरा विश्वास होने पर आरोपित के खाते में एक लाख बीस हजार रुपये भी जमा करवा दिये। लेकिन उसके बाद न तो आरोपी का फोन मिला और न ही पैसे। इस बारे में जब आश्रम प्रशासन से जानकारी ली तो उनसे पता होने के बाद उनको लगा कि वह ठगी का शिकार हो गए हैं। एसीपी ब्रह्मजीत सिंह की देखरेख में एसएचओ अजय दलाल के निर्देशन में एसआई विनीत कुमार,बिजेंद्र कादयान, हेड कांस्टेबल मनोज, मोहित, अमन, कांस्टेबल अजय, जॉनी और नजमुद्दीन खान को आरोपितों को पकडऩे का जिम्मा सौंपा गया। शुरूआती जांच में इस तरह की ओर भी शिकायतें मिली।

पता चला कि आरोपितों ने इसराइल की एक कंपनी यानी विक्स डाट कॉम कंपनी की मदद से वेबसाइट लॉन्च की थी। इसके बाद, विक्स डाट कॉम कंपनी से संपर्क कर उसकी डिटेल मांगी गई। पता चला कि उक्त कथित वेबसाइट योगग्राम ऑफिसियल.नेट साइट को मेल आईडी योगग्राम ऑफिसियल.जीमेल पर पंजीकृत किया गया है। इसके बाद गूगल से जांच की गई जिसके बाद पता चला कि जीमेल आईडी को गौतम कुमार ने फोन नंबर 9570811246 पर एक्सेस किया था। गौतम कुमार वसुंधरा, गाजियाबाद, यूपी के इलाके का रहने वाला है। उसे और उसके साथी को यूपी के वसुंधरा के एक पॉश अपार्टमेंट से पकड़ा गया। उनके पास से वारदात में इस्तेमाल सामान जब्त किया। आरोपितों से पूछताछ करने पर पता चला कि करीब दो साल पहले उन्हें यूट्यूब से ठगी करने की योजना बनाई थी। उसके बाद उन्होंने लोन देने के बहाने लोगों को ठगना शुरू किया। लेकिन उसमें ज्यादा पैसा नहीं आया। लेकिन बाद में पतंजलि को देखकर उसकी आड़ में लोगों से ठगी करने की योजना बनाई। जिसमें वह काफी कामयाब भी रहे थे। इस पर उन्होंने पतंजलि के नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की और इलाज के लिए पतंजलि योगग्राम, हरिद्वार की बुकिंग के नाम पर निर्दोष लोगों को ठगना शुरू कर दिया। इस उद्देश्य से वे निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए कई फर्जी वेबसाइट चला रहे थे।

पीडि़तों को समझाने के लिए वे पतंजलि, बाबा रामदेव आदि के कॉटेज की तस्वीरें भेजते थे। यहां तक कि वे पीडि़तों के व्हाट्सएप पर कैटलॉग भी भेजते थे। एक बार जब पीडि़ता को यकीन हो जाता तो वे उसे दिए गए फर्जी खातों में एडवांस में पैसे जमा करने के लिए कहते थे। ज्यादा से ज्यादा पैसा निकालने के लिए वे पीडि़तों को आकर्षक छूट के विकल्प देते थे। अभी तक पूरे भारत में अब तक दर्ज 47 मामले/शिकायतें जो गिरफ्तार आरोपितों से सीधे जुड़े हुए हैं, उनकी गिरफ्तारी के साथ उनका समाधान भी किया गया। इसके अलावा पतंजलि योगपीठ के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में यह पाया गया है कि लगभग 157 पीडि़तों ने इसी तरह की शिकायतों के साथ पतंजलि योगपीठ से संपर्क किया है।

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