दिल्ली-एनसीआर

दिल्ली: एसबीआई योनो ऐप में केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगी का मामला, 23 आरोपी गिरफ्तार

Admin Delhi 1
30 March 2022 12:52 PM GMT
दिल्ली: एसबीआई योनो ऐप में केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगी का मामला, 23 आरोपी गिरफ्तार
x

दिल्ली क्राइम न्यूज़: एसबीआई योनो ऐप के ग्राहकों को शिकार बना रहे 23 जालसाजों को इफ्सों यूनिट (स्पेशल सेल) ने गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने एक साथ आधा दर्जन ठिकानों पर छापा मारकर यह गिरफ्तारियां की हैं। यह लोग अब तक 800 से ज्यादा लोगों से ठगी को अंजाम दे चुके थे। पुलिस इनके मोबाइल एवं लैपटॉप की फोरेंसिक जांच कर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटा रही है। डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार पिछले कु छदिनों से शिकायतें मिल रही थी, जिनमें योनो ऐप में केवाईसी अपडेट करने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही थी। एसबीआई की तरफ से इसे लेकर इफ़्सो यूनिट (साइबर सेल) से संपर्क किया। दोनों ने मिलकर जांच शुरू की। एसबीआई से मिले डाटा को खंगाला और इस बाबत मामला दर्ज किया गया। प्राथमिक छानबीन के दौरान 100 से ज्यादा शिकायतें पुलिस को मिली, जिनमें से 51 मामले दिल्ली के थे. जांच के दौरान आरोपितों की तरफ से भेजे गए लिंक, मोबाइल कॉल और बैंक खाते से गए रकम को लेकर जानकारी जुटाई गई। इससे पुलिस को पता चला कि यह जालसाज सूरत, कोलकाता, जामताड़ा, धनबाद और दिल्ली एनसीआर में मौजूद हैं।

पुलिस को पता चला कि यह आरोपित अलग-अलग मॉड्यूल में काम कर रहे थे। इनमें से एक मॉड्यूल फर्जी लिंक बनाने का काम करता है जिससे ठगी की जा सके। एक मॉड्यूल बल्क एसएमएस भेजने के लिए फर्जी सिम कार्ड का बंदोबस्त करता है। एक मॉड्यूल फिशिंग लिंक भेज कर शिकार से ओटीपी लेता है। एक मॉड्यूल अपने शिकार के नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करता है और उनसे ओटीपी लेकर उनकी रकम को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देता है। एक मॉड्यूल फर्जी बैंक खातों का बंदोबस्त करता है, जिसमें ठगी की रकम आती है। एक मॉड्यूल बैंक खातों से रकम निकालने का काम करता है। इनमें से अगर एक मॉड्यूल भी पकड़ा जाता है तो बाकी सब फरार हो जाते हैं। इसलिए पुलिस टीम ने सभी ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की योजना बनाई। एसीपी रमन लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर संजीव सोलंकी उदय और अरुण त्यागी की टीम गठित की गई। पूरी छानबीन करने के बाद सुबह के समय एक साथ सूरत, कोलकाता, गिरिडीह, जामताड़ा धनबाद आदि जगहों पर छापा मारा गया।

पुलिस टीम ने इस दौरान सूरत से 12 लोगों को, कोलकाता से छह लोगों को, गिरिडीह से दो लोगों को, जामताड़ा से एक युवक को और धनबाद से दो युवकों को पकड़ा है। कुल 23 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। इनसे 58 मोबाइल, 12 लैपटॉप, 20 डेबिट कार्ड और 202 सिम कार्ड बरामद हुए हैं। डीसीपी के अनुसार आरोपितों के पास से बरामद लैपटॉप और मोबाइल की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इससे पता चलेगा कि वह कितने लोगों से ठगी कर चुके हैं। बरामद हुए सिम कार्ड से पता चला है कि आरोपितों ने अब तक 820 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी की थी। इनके बैंक खाते भी पुलिस खंगाल रही है।

Next Story