दिल्ली-एनसीआर

दिल्ली: 13 हजार किलो पटाखे जब्त, 32 पर मुकदमा दर्ज

Teja
2 Nov 2021 5:50 PM GMT
दिल्ली: 13 हजार किलो पटाखे जब्त, 32 पर मुकदमा दर्ज
x

फाइल फोटो 

जानिए पूरा मामला

जनता से रिस्ता वेबडेसक | राजधानी में पटाखा विरोधी अभियान के तहत अभी तक 12,957 किलो पटाखे जब्त किए गए हैं। साथ ही 32 लोगों पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। दिवाली को देखते हुए दिल्ली में पटाखों के प्रतिबंध को लेकर सरकार सख्ती बढ़ा रही है।

इस कड़ी में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की ओर से दिल्ली पुलिस और एसडीएम को 24 घंटे सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। खासतौर से दिल्ली के सीमा क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पटाखों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस और एसडीएम को 24 घंटे सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे पटाखों की खरीद बिक्री एवं उसके जलाने पर रोक लगाई जा सके। दिल्ली के सीमा क्षेत्र में विशेष तौर पर सर्तकता अभियान चलाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जो कि पटाखों की खरीद व बिक्री और भंडराण को रोकेंगे।

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पेट्रोलिंग की जाएगी। बाहरी दिल्ली के डीसीपी परविंदर सिंह ने त्योहारी सीजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर कहा कि लोगों को कोरोना नियमों का पालन कराने के लिए भीड़ वाली जगहों पर पेट्रोलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि पाबंदी के बावजूद पटाखे बेचने या फोड़ने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।

गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर कहीं भी पटाखों के खरीद बिक्री और जलाने की खबर आती है तो दिल्ली पुलिस को 112 नंबर पर फोन करके सूचना दी जा सकती है। पुलिस सूचना के आधार पर उचित कार्रवाई करेगी। पुलिस के साथ-साथ एसडीएम की टीम भी इस अभियान में शामिल रहेगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें धूल विरोधी अभियान, रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान और पराली को गलाने का अभियान शामिल है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के लोगों से अपील है कि दीये जलाकर दिवाली मनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को तभी रोका जा सकता है, जब दिल्ली का हर नागरिक प्रदूषण योद्धा बनकर पर्यावरण को बचाने के लिए अपना योगदान देगा। तभी इस दिवाली को हम पहले से बेहतर बना सकते हैं। साथ ही दिल्ली के लोगों की सांसों पर आने वाले संकट को दूर कर सकते हैं।

Next Story