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दिल्ली मे डीडीएमए की समीक्षा बैठक सम्पन्न, रेस्तराओं पर लग सकता है बैन

Deepa Sahu
10 Jan 2022 10:36 AM GMT
दिल्ली मे डीडीएमए की समीक्षा बैठक सम्पन्न, रेस्तराओं पर लग सकता है बैन
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दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सभी से एहतियात बरतने का आग्रह किया था।

दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सभी से एहतियात बरतने का आग्रह किया था। इस बीच सोमवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरणम (डीडीएमए) राज्य में कोरोना की स्थित पर समीक्षा बैठक सम्पन्न हो गई है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में अब होटलों, रेस्तराओं में खाने-पीने पर प्रतिबंध लग सकता है।

सूत्रों ने बताया कि डीडीएमए की बैठक में हालांकि लॉकडाउन फिलहाल नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुुए प्रतिबंधद बढ़ाए जाने की संभावना है। इसके तहत होटलों व रेस्तराओं में खाने-पीने पर प्रतिबंध लगाने साथ-साथ खाना पैक कराकर घर ले जाने की छूट दी जाएगी
कोरोना संक्रमित होने के बाद रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रैस वार्ता आयोजित की थी। उन्होंने बताया कि वे लॉकडाउन नहीं लगाया चाहते। लेकिन आप मास्क पहनकर घर से बाहर निकलो। हमारी कोशिश है कि दिल्ली में कम से कम प्रतिबंध लगाए जाएं, जिससे लोगों की रोजी-रोटी पर असर ना पड़े।
इस बार कम हो रही हैं मौतेंः सीएम
रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि पिछली लहर की तुलना में इस बार मौत भी कम हो रही है और लोगों को अस्पताल भी काफी कम जाना पड़ रहा है। पिछले लहर की तुलना करते हुए कहा कि शनिवार को दिल्ली में 20 हजार केस आए और सात मौतें हुई, जबकि करीब 1500 बेड भरे हुए हैं। वहीं 7 मई 2021 को भी 20 हजार केस आए थे, तब 341 मौतें हुई थीं और 20 हजार बेड भरे हुए थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है, वे जरूर वैक्सीन लगवा लें।
इस लहर मौतें भी कम हो रहीं, अस्पताल भी काफी कम जाना पड़ रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल 2021 में जो कोरोना की पिछली लहर आई थी, उसमें 7 मई को करीब इतने ही केस आए थे। लेकिन 7 मई को 341 मौतें हुई थीं। इसकी तुलना में बीते दिन 20 हजार केस तो थे लेकिन मौत 7 लोगों की हुई। हालांकि एक भी मौत नहीं होनी चाहिए। पिछले साल 20 हजार बेड भरे हुए थे। इस लहर में महज 1500 बेड केवल दिल्ली में भरे हुए हैं। यह डेटा इसलिए बताया कि घबराने और डरने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन जिम्मेदारी के साथ काम करने की जरूरत है।
सभी ने किया सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से लगातार संपर्क में हैं। केंद्र सरकार से भी पूरा सहयोग मिल रहा है। उपराज्यपाल, दिल्ली सरकार के अधिकारी सब लोग मिलकर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पिछले साल अप्रैल में आई कोरोना की खतरनाक लहर पर पार पा लिया। इस लहर पर भी हम लोग पार पा लेंगे। चिंता करने की जरूरत नहीं है।


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