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पुलिस की वेबसाइट पर डाटा अपडेट, पिछले साढ़े छह महीनों में अपराध में हुई बेहताशा बढ़ोत्तरी
न्यूज़क्रेडिट; अमरउजाला
दिल्ली पुलिस के डाटा के अनुसार वर्ष 2021 में एक जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक 2790 अपराधिक वारदातें हुईं थीं। वहीं इस वर्ष के शुरूआती साढ़े छह महीनों में 3140 गंभीर अपराधिक वारदातें सामने आईं हैं।
राजधानी में एक जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक यानि इस वर्ष के शुरूआती साढ़े छह महीने में देश की राजधानी दिल्ली में अपराध में बेहताशा वृद्धि हुई है। राजधानी में कुल आईपीसी की 11,926 वारदातें बढ़ी हैं वहीं गंभीर अपराधिक वारदातें 150 के करीब बढ़ी हैं। दिल्ली पुलिस के पूर्व पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने अपने कार्यकाल में अपराधिक वारदातों के ग्राफ को दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर अपडेट करना बंद कर दिया था। नए पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कार्यभार संभालने के पहले दिन ही अपराधिक वारदातों के डाटा को दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर अपडेट करवा दिया है। हालांकि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि फ्री रजिस्ट्रेशन से अपराध के डाटा में बढ़ोत्तरी हुई है।
दिल्ली पुलिस के डाटा के अनुसार वर्ष 2021 में एक जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक 2790 अपराधिक वारदातें हुईं थीं। वहीं इस वर्ष के शुरूआती साढ़े छह महीनों में 3140 गंभीर अपराधिक वारदातें सामने आईं हैं। वर्ष 2021 में शुरूआती साढ़े छह महीनों में जहां कुल आईपीसी के 147122 मामले दर्ज हुए थे। वहीं इस वर्ष के शुरूआती छह महीनों में 159048 मामले दर्ज हो चुके हैं।
वर्ष 2021 के शुरूआती साढ़े छह महीनों में डकैती के आठ, हत्या के 235, हत्या के प्रयास के 360, रॉबरी के 1110, दंगों के 36, फिरौती के लिए अपहरण के आठ और दुष्कर्म के 1033 मामले दर्ज हुए थे। वहीं इस वर्ष के शुरूआती साढ़े छह महीनों में डकैती के नौ, हत्या के 277, हत्या के प्रयास के 473, रॉबरी के 1221, दंगों के 55, फिरौती के लिए अपहरण के पांच और दुष्कर्म के 1100 मामले दर्ज हो चुके हैं। सिर्फ फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में कमी आई है।
इस वर्ष झपटमारी के पिछले वर्ष के मुकाबले बढ़ोत्तरी आई है। पिछले वर्ष जहां 4468 मामले दर्ज हुए थे, वहीं अभी तक 5024 मामले दर्ज हो चुके हैं। पिछले साल महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के जहां 1244 मामले सामने आए थे, वहीं अभी तक 1480 मामले सामने आ चुके हैं। सड़क दुर्घटनाओं में भी बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले वर्ष के शुरूआती साढ़े छह महीनों में जहां 583 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, वहीं इस वर्ष में अभी तक 690 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।