दिल्ली-एनसीआर

साइबर थाना पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले इंटरस्टेट गैंग के चार बदमाश को किया गिरफ्तार

Admin Delhi 1
15 Jun 2022 2:33 PM GMT
साइबर थाना पुलिस ने फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले इंटरस्टेट गैंग के चार बदमाश को किया गिरफ्तार
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दिल्ली एनसीआर क्राइम न्यूज़ अपडेट: एक्सिस बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले इंटरस्टेट गैंग के चार बदमाशों को उत्तरी जिला साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान उत्तम नगर निवासी अंकित गुजराल (26), हिमांशु उर्फ बाबू (28) गांव रज्जाकपुर, उन्नाव, यूपी निवासी आशीष (23) और भूरा खान मोहल्ला, फर्राशां शाहबाद, रामपुर, यूपी निवासी फैजान उर्फ फैजल (26) के रूप में हुई है।

आरोपित एक एप के जरिये बैंक के ही कस्टमर केयर नंबर से कॉल कर लोगों को अपने जाल में फंसा लिया करते थे। लोगों को क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइंट मिलने, कार्ड की लिमिट बढ़वाने और दूसरे तरीकों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के पास से 1.50 लाख कैश, 22 मोबाइल फोन, 103 सिमकार्ड बरामद करने के अलावा 53 बैंक खाते और 10 यूपीआई लिंक का पता लगाया है। गैंग देशभर के सैकड़ों लोगों से 50 लाख की ठगी कर चुका है। आरोपितों के बैंक खातों की जांच की जा रही है। ठगी की रकम करोड़ों रुपये में पहुंचने की आशंका है। पुलिस को मामले में वेबसाइट बनाने वाले आरोपित दीपक की तलाश है।

डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बुधवार को बताया कि गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर किशनगंज, दिल्ली निवासी सुभाष नामक शख्स ने ठगी की शिकायत दी थी। अपनी शिकायत में सुभाष ने बताया कि उनके पास एक्सिस बैंक का प्रतिनिधि बनकर एक शख्स ने कॉल किया। नंबर बैंक का ही कस्टमर केयर नंबर दिख रहा था। कॉलर ने सुभाष के कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड पर एक सर्विस एक्टिव है, जिसके 2400 रुपये सालाना देने होंगे। यदि आप इस सर्विस को बंद करवाना चाहते हैं तो आपके रजिस्टर्ड नंबर पर एक लिंक आएगा। उसमें कार्ड की जानकारी भर दीजिएगा। सुभाष ने ऐसा ही किया और उनके खाते से 37420 रुपये कट गए। सुभाष की शिकायत पर उत्तरी जिला के साइबर थाना पुलिस ने 11 जून को मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। थाना प्रभारी पवन तोमर, एसआई रोहित सारसवत व अन्यों की टीम ने मामले की जांच शुरू की। सबसे पहले उन खातों का पता किया गया जिनमें रकम ट्रांसफर हुई थी। इसके अलावा जिस नंबर से कॉल आई थी, उसकी भी पुलिस ने जांच की।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि पश्चिम दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से ठगी का धंधा किया जा रहा है। पुलिस ने छापेमारी कर उत्तम नगर से आशीष नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसकी निशानदेही पर कई मोबाइल व सिमकार्ड बरामद हुए। इसके बाद पुलिस ने गुरुग्राम से अंकित नामक युवक को दबोचा। अंकित ठगी की रकम को खातों में मंगवाकर उसे निकाल लेता था। इसके बाद रकम को हिमांशु को दे दिया जाता था। पुलिस ने हिमांशु को भी उत्तम नगर से गिरफ्तार किया। इनकी गिरफ्तारी के बाद रामपुर से फैजान को दबोच लिया गया। पूछताछ के दौरान इन लोगों की ठगी की बात स्वीकार कर ली। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि इन लोगों ने एक्सिस बैंक की एक फर्जी वेबसाइट बनवाई हुई। दीपक नामक युवक ने वेबसाइट बनवाई गई थी। फिलहाल दीपक अभी फरार है। आरोपितों ने गूगल प्ले स्टोर से 'इंडी-कॉल' नामक एक एप डाउनलोड किया हुआ था।

इस एप की मदद से आरोपित बैंक के कस्टमर केयर नंबर डालकर कॉल करते थे। पीड़ित को लगता था कि वाकई बैंक से कॉल आ रही है। आरोपित क्रेडिड कार्ड की लिमिट बढ़वाने, क्रेडिट कार्ड के बोनस प्वाइंट देने के बहाने पीड़ितों के कार्ड की डिटेल लेकर उनके खातों से रकम निकाल लेते थे। आरोपित आशीष मोबाइल व सिमकार्ड का इंतजाम कर पीड़ितों को कॉल भी करता था। एसएमएस के जरिये फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजने के अलावा कॉल के समय इंडीकॉल एप का इस्तेमाल किया जाता था। अंकित और हिमांशु ठगी की रकम को निकालकर उसे गैंग के सदस्यों को बांटते थे। वहीं फैजान रामपुर में बैठकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। इस गैंग में कई अन्य लोग भी अभी शामिल हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

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