दिल्ली-एनसीआर

चिल्ला एलिवेटेड रोड की लागत बढ़ने के आसार

Admin Delhi 1
19 Sep 2023 6:51 AM GMT
चिल्ला एलिवेटेड रोड की लागत बढ़ने के आसार
x
प्राधिकरण ने सेतु निगम को जल्द टेंडर जारी करने के निर्देश दिए

नोएडा: फिल्म सिटी रास्ते पर जाम खत्म करने के लिए दिल्ली के चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड तक बनना प्रस्तावित है. फंड की कमी के कारण करीब दो साल से काम बंद पड़ा है. अब इसका नए सिरे से काम शुरू करने की तैयारी है. अभी तक इसकी लागत 787 करोड़ रुपये तय हुई थी लेकिन अब प्राधिकरण के अफसर कह रहे हैं कि इससे अधिक लागत भी बढ़ सकती है.

चिल्ला एलिवेटेड रोड को बनाने के लिए 50 प्रतिशत पैसा नोएडा प्राधिकरण और 50 प्रतिशत शासन खर्च करेगा. इसकी मंजूरी शासन स्तर से हो चुकी है. शासन ने इसकी लागत 787 करोड़ रुपये तय की है. अधिकारियों ने बताया कि ईपीसी मॉडल पर इस एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए भुगतान किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि दो तरह की भुगतान प्रक्रिया होती है. पहली, आइटम रेट के जरिए और दूसरा, परियोजना के अलग-अलग स्तर पर होने वाले काम के हिसाब से. इसे ईपीसी कहते हैं.

इसमें डिजाइन से लेकर स्वायल टेस्ट और निर्माण की जिम्मेदारी ठेकेदार कंपनी की होती है. जैसे जैसे निर्माण का एक-एक स्टेप पूरा होता जाता है. उसे भुगतान किया जाता है. प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो 787 करोड़ से अधिक बजट को भी मंजूरी दी जा सकती है. तर्क दिया कि अगर आने वाले समय में निर्माण सामग्री की लागत बढ़ती है तो एलिवेटेड रोड की लागत बढ़ने की भी गुंजाइश रखी जाएगी. ऐसे में चयनित होने वाली निर्माण कंपनी के पास लागत बढ़वाने का विकल्प रहेगा. इस नियम से प्राधिकरण से अतिरिक्त बजट की मंजूरी मिल जाएगी लेकिन शासन स्तर पर मंजूर कराना आसान नहीं होगा. वहीं दूसरी ओर प्राधिकरण के सीईओ ने जल्द काम शुरू कराने के लिए सेतु निगम को जल्द टेंडर जारी करने के निर्देश दिए हैं.

लागत की वजह से ही अटका है काम

शुरूआत में इस एलिवेटेड रोड की लागत 605 करोड़ रुपये तय की गई थी. इस पर सेतु निगम ने काम भी शुरू कर दिया था. नोएडा प्राधिकरण ने करीब 60 करोड़ रुपये खर्च भी कर दिए लेकिन शासन से एक पैसा नहीं मिला. इसके बाद सेतु निगम से लागत बढ़ने का तर्क दिया. अलग-अलग बार में प्राधिकरण को पत्र भेजकर 1100 करोड़ रुपये तक इसकी लागत बताई. अतिरिक्त बजट को मंजूरी देने से प्राधिकरण ने इंकार कर दिया जिसके बाद से यह काम बंद पड़ा है. इसके बाद प्राधिकरण ने कंसल्टेंट के जरिए सर्वे कराकर इसकी लागत 787 करोड़ रुपये तय कराई. ऐसे में आने वाले समय में लागत बढ़ने के विकल्प से एलिवेटेड रोड के काम में अडंगा आ सकता है

भंगेल एलिवेटेड का काम फंसा

भंगेल एलिवेटेड रोड का काम भी लागत को लेकर हो रखे विवाद की वजह से बंद पड़ा है. इसका निर्माण भी सेतु निगम कर रहा है. शुरूआत में इसकी लागत 468 करोड़ रुपये तय की गई थी. करीब एक साल पहले सेतु निगम ने प्राधिकरण को पत्र भेजकर करीब 150 करोड़ रुपये अतिरिक्त लागत को मंजूरी देने के लिए कहा. यहां भी प्राधिकरण ने मंजूरी देने से इंकार कर दिया. जिसकी वजह से तीन-चार महीने से पूरी तरह काम बंद पड़ा है. अब प्राधिकरण बढ़ी लागत को मंजूरी देने की प्रक्रिया कर रहा है.

Next Story