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13 विदेशी यात्रियों में मिला कोरोना, सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया
दिल्ली: दुनिया के कई देशों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार पूरी तरह से अलर्ट है. देशभर में राज्य स्तर पर अस्पतालों की स्थिति और कोविड-19 से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था. इस मॉक ड्रिल के दिन ही दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट से 13 विदेशी यात्रियों में रैंडम टेस्ट में कोरोना पाए जाने पर सफदरजंग अस्पताल लाया गया था. यह सभी यात्री एसिम्टोमेटिक थे.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का पता लगाने के लिए हवाई अड्डे पर रैंडम चेकिंग की जा रही है. देश विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. साथ ही उनमें कोविड 19 के लक्षण पाए जाने पर सैंपल को जांच के लिए भेजा जा रहा है.
गत 26 दिसंबर को मॉक ड्रिल के दिन दुनिया के अलग-अलग देशों से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे 13 विदेशी यात्रियों में थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान कोविड था, लेकिन वे एसिम्टोमेटिक (कोई लक्षण नहीं) थे. इसके बाद उन सभी यात्रियों को अलग कर दिया गया और सैंपल को जांच के लिए भेजा गया. अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक सभी यात्रियों को आईजीआई एयरपोर्ट से सफदरजंग अस्पताल लाया गया. बताते चलें कि दुनिया के कई देशों में कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर भारत सरकार ने बीते 24 दिसंबर से देश के सभी एयरपोर्ट पर आने वाले विदेशी यात्रियों की कोविड-19 जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग शुरू की गई है. हर रोज बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की टेस्टिंग की जा रही है.
कोरोना टेस्टिंग के लिए बड़ी संख्या में सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं. इनमें यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव भी मिल रही हैं. इसके बाद इन सभी सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भी भेजा जा रहा है. आने वाले समय में जांच का दायरा और बढ़ाया जा सकता है.
इन देशों में कोरोना के सब-वेरिएंट ने मचाई है तबाही:
इस बीच देखा जाए तो कोरोना का ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट BF.7 चीन, जापान, हांगकांग, ताइवान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस, इटली, जर्मनी और ब्राजील जैसे देशों में तेजी के साथ फैल रहा है. इसकी चपेट में आने से लोगों की बड़ी संख्या में मौत भी हो रही है. अस्पतालों में हालात भी बेहद खराब हो गए हैं. दवाइयों के अलावा अन्य दूसरी चीजों की भारी किल्लत हो रही है. ऐसे में भारत सरकार किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पहले से ही हरसंभव कोशिश में जुट गई है.