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दिल्ली में यात्रियों की सुरक्षा के लिए सोमवार से शुरू होगा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
दिल्ली: यात्रियों की सुरक्षा के लिए डीटीसी व कलस्टर बसों की कश्मीरी गेट पर कमांड और कंट्रोल सेंटर (सीसीसी) से लाइव ट्रैकिंग की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि ट्रायल सफल रहा है और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत सोमवार को इस कमांड सेंटर का उदघाटन करेंगे। बसें कब कहां पर है, इसकी हर पल जानकारी मिलेगी। बसों की 24 घंटे रियल टाइम मानीटरिंग की जा सकेगी। दिल्ली के किसी भी कोने पर बस में लगे पैनिक बटन को दबाने पर कमांड सेंटर में लगे स्क्रीन पर बस के अंदर का दृश्य सामने आ जाएगा और अलार्म बजने लगेगा। यह बस में लगे सीसीटीवी कैमरे की वजह से संभव होगा।
इस परियोजना का उद्देश्य डीटीसी और क्लस्टर बसों में आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी कैमरों, पैनिक बटन और जीपीएस के माध्यम से यात्री सुरक्षा और विशेष रूप से महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। कश्मीरी गेट पर कमांड और कंट्रोल सेंटर के अलावा एक डिजास्टर रिकवरी सेंटर, एक डेटा सेंटर और सभी डिपो में अलग-अलग व्यूइंग सेंटर भी हैं। सभी डिपो प्रबंधकों द्वारा लाइव फुटेज की निगरानी भी की जा सकती है। डिपो प्रबंधक,ड्राइवर, कंडक्टर और मार्शल बसों में लगाए गए सिस्टम के संचालन से संबंधित अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों को 3 आईपी कैमरा, एमएनवीआर जीपीएस डिवाइस,10 पैनिक बटन, ड्राइवर के लिए एक डिस्प्ले, हूटर, स्ट्रोब और 2 नंबर टू-वे ऑडियो कम्युनिकेशन डिवाइस के लिए एक-एक ड्राइवर और कंडक्टर के साथ फिट किया गया है। सभी नई बसों और पुरानी बसों में पहले से ही ये सभी सिस्टम स्थापित है, जो कश्मीरी गेट पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ एकीकृत हो गए हैं। यात्री, ड्राइवर या कंडक्टर किसी भी आपात स्थिति में पैनिक बटन दबा सकते हैं। अलर्ट स्वचालित रूप से वास्तविक समय में कश्मीरी गेट पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को भेजा जाएगा। कमांड सेंटर में ऑपरेटर अलर्ट को फिल्टर करेगा और विभिन्न अलर्ट परिदृश्यों में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपीे) के माध्यम से बस के जीपीएस निर्देशांक के साथ त्वरित प्रतिक्रिया के लिए पुलिस,फायर और एम्बुलेंस जैसे संबंधित हितधारक को अलर्ट भेजेगा। इन पैनिक अलर्ट के साथ सिंक्रोनाइजेशन में आपातकाल के समय संबंधित अधिकारियों को एसएमएस और एक ई-मेल अलर्ट भी भेजा जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली की बसें अब पहले से ज्यादा सुरक्षित होंगी।
बस स्टैंड पर नहीं रूकने पर भी मिलेगा अलर्ट: अगर बस ड्राइवर बस स्टॉप पर नहीं रुकता है तो इसका अलर्ट भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंच जाएगा। साथ ही, बस के रूट में बदलाव करने पर भी सिस्टम को अलर्ट मिल जाएगा, जिसके बाद कमांड सेंटर में बैठे कर्मचारी कॉल के जरिए कंडक्टर से संपर्क करने के लिए स्वतंत्र होंगे।