दिल्ली-एनसीआर

स्कूल के अंदर पांचवीं कक्षा की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म

Rani Sahu
23 March 2023 4:07 PM GMT
स्कूल के अंदर पांचवीं कक्षा की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म
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नशीला पदार्थ पिलाकर किया था बेहोश |
गाजीपुर: राजधानी में गाजीपुर स्थित दिल्ली नगर निगम के स्कूल के अंदर पांचवीं कक्षा की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। स्कूल के चपरासी ने छात्रा को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया और अपने तीन परिचितों के साथ वारदात को अंजाम दिया। स्कूल के प्रधानाचार्य की शिकायत पर गाजीपुर थाना पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण, पाक्सो समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपी चपरासी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी चपरासी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
गिरफ्तार चपरासी की पहचान इंद्र विहार, खोड़ा, गाजियाबाद यूपी निवासी अजय (54) के रूप में हुई है। दस साल की बच्ची अपने परिवार के साथ गाजीपुर इलाके में रहती है। परिवार में माता-पिता व बड़ा भाई है। वह इलाके में स्थित एक निगम स्कूल में पांचवीं कक्षा में पढ़ती है। 14 मार्च को बच्ची की स्कूल में आखिरी परीक्षा थी। उस दिन वह स्कूल नहीं आई थी। शिक्षिका ने परिवार वालों को फोन कर बच्ची के स्कूल नहीं आने का कारण पूछा। बच्ची के बड़े भाई ने फोन पर बताया कि स्कूल के चपरासी ने अपने तीन परिचितों ने बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। घटना के बाद से वह काफी डरी हुई है। परिवार वालों ने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की थी।
घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल में हड़कंप मच गया। स्कूल की प्रधानाचार्य व शिक्षक बच्ची के घर पहुंचे और बच्ची और उसके परिवार वालों से मिले। शिकायत करने की बात कहने पर पीड़ित परिवार ने पुलिस के पास जाने से इंकार कर दिया। साथ ही परिवार वाले वहां से कहीं अन्य जगह पर चले गए। 22 मार्च को प्रधानाचार्य ने गाजीपुर थाना पुलिस को लिखित शिकायत देकर वारदात की सूचना दी। शिकायत में बताया गया कि चपरासी ने स्कूल में बच्ची को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया और फिर अपने साथियों के साथ उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है।
शिकायत पर पुलिस ने पीड़ित परिवार की तलाश की और फिर पीड़िता का लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में मेडिकल और उसकी काउंसलिंग करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चपरासी को गिरफ्तार कर लिया। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि आरोपी पिछले दस साल से निगम स्कूल में चपरासी के पद पर नौकरी कर रहा है। वह मूलत: जौनपुर का रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पहले से कोई मामला दर्ज नहीं है।
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