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चिपियाना रेलवे ओवर ब्रिज वाहनों के लिए खोला गया, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर हजारों लोगों को राहत मिलेगी
नार्थ इंडिया न्यूज़ स्पेशल: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का चिपियाना रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) गुरुवार शाम वाहनों के लिए खोल दिया गया। इसके खुलते ही ढाई साल से जाम झेल रहे हजारों लोगों को राहत मिली है। दिल्ली से अब मेरठ, मुजफ्फरनगर, हरिद्वार और देहरादून की तरफ आने-जाने वाली गाड़ियां सरपट दौड़ सकेंगी। एनएचएआई ने सबसे जटिल आरओबी को डेढ़ साल में तैयार किया है। आरओबी शुरू होने के बाद मेरठ एक्सप्रेसवे पर 25 फीसदी टोल बढ़ाया जाना है जिसपर जल्द ही सड़क परिवहन मंत्रालय को निर्णय लेगा। गौरतलब है कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर चिपियाना स्टेशन के पास आरओबी की 16 में से चार लेन का काम चल रहा था। अबतक 12 लेन से गाड़ियां निकल रही थी लेकिन अब एनएचएआई ने बाकी के चार लेन भो खोल दिए हैं। सोमवार से पुल की मजबूती का परीक्षण चल रहा था। 15 से 20 ट्रक में सामान लादकर वजन की जांच की गई। एनएचएआई के परियोजना अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि परीक्षण में आरओबी की मजबूती एकदम मानकों के हिसाब से खरी उतरी है। परीक्षण खत्म होने के बाद 24 घंटे निगरानी करने का नियम है। गुरुवार शाम रेलवे ओवर ब्रिज खोल दिया गया।
सबसे वजनीदार पुल पर सफर कर रहे लोग: एनएचएआई परियोजना अधिकारी का कहना है कि रेलवे ओवर ब्रिज सबसे वजनदार है। पुल में 2230 टन वजन है। यह 30 मीटर चौड़ा है। करीब डेढ़ साल में तैयार हुआ है। पिलर रखने के लिए 1100 टन लोहे की शटरिंग बनाई गई थी। मेरठ एक्सप्रेसवे को एक अप्रैल वर्ष 2021 में खोल दिया गया लेकिन इस परियोजना में केवल चिपियाना आरओबी का काम रह गया था। 2022 से टोल टैक्स वसूला जा रहा है। खंड-2 यूपी गेट से डासना तक टोल वसूली नहीं हो रही थी। रेलवे ओवर ब्रिज शुरू होने के बाद अब 25 फीसदी टोल भी बढ़ाया जाएगा।
आरओबी का उद्घाटन मजदूरों से कराया: एनएचएआई ने आरओबी का उद्घाटन दो मजदूरों से कराया। शैलेंद्र कुमार नामक मजदूर ने नारियल फोड़ा और बिजेंद्र ने फीता काटा। मजदूरों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। इस पुल को बनाने में मजदूरों ने काफी मेहनत की। इस पर रात और दिन में निर्माण कार्य चला।