- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- CBRI टीम करेगी अध्ययन,...

न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
आईआईटी चेन्नई की टीम 27 अगस्त तक ट्विन टावर के आसपास कंपन मापने के लिए आज यंत्र लगाएगी। इससे यह पता लगेगा कि अंतिम ब्लास्ट के दौरान कितना कंपन हुआ।
नोएडा के सेक्टर-93ए सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट स्थित ट्विन टावर के अंतिम ब्लास्ट का काउंटडाउन शुरू हो गया है। रविवार को 3500 किलोग्राम विस्फोटक से ट्विन टावर ढहा दिए जाएंगे। बृहस्पतिवार को इस संबंध में अंतिम बैठक होगी। इसमें सभी स्टेक होल्डर शामिल होंगे। इसके अलावा ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के लिए सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) की टीम परिसर में पहुंचेगी।
बृहस्पतिवार को प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ट्विन टावर का निरीक्षण करेंगी। इस दौरान आयोजित बैठक में एडिफिस इंजीनियरिंग, सुपरटेक, सीबीआरआई, पुलिस, प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, ब्लास्ट एक्सपर्ट, आरडब्ल्यूए आदि के सदस्य मौजूद रहेंगे। बैठक में अब तक की तैयारियों की समीक्षा होगी।
इसमें यह देखा जाएगा कि आखिरी स्तर में कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई। आसपास के निवासियों की सुरक्षा को लेकर भी बातचीत होगी। इसके अलावा सीबीआरआई की टीम ध्वस्तीकरण प्रक्रिया का अध्ययन शुरू कर देगी। इसके तहत अध्ययन के लिए जरूरी मशीनरी लगाई जाएंगी। एक-एक प्रक्रिया का बारीकी से अध्ययन किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस स्टडी से फायदा मिले।
ऐसे बनेगी रणनीति
एडिफिस इंजीनियरिंग के पदाधिकारियों के मुताबिक तारों का काम बृहस्पतिवार को पूरा हो जाएगा। इसके बाद शुक्रवार-शनिवार को जांच की जाएगी। अंतिम दिन 12 बजे दोपहर के बाद सारी व्यवस्था फिर से परखी जाएगी। इसमें अंतिम बटन से लेकर सभी प्रकार की तारों की जांच होगी।
आज लगेगा कंपन मापने का यंत्र
आईआईटी चेन्नई की टीम 27 अगस्त तक ट्विन टावर के आसपास कंपन मापने के लिए बृहस्पतिवार को यंत्र लगाएगी। इससे यह पता लगेगा कि अंतिम ब्लास्ट के दौरान कितना कंपन हुआ। एडिफिस इंजीनियरिंग का कहना है कि पहले से किए गए विश्लेषण के मुताबिक ब्लास्ट के बाद इतना कंपन नहीं होगा जिससे टावरों को कोई खतरा महसूस हो।
ध्वस्त होने वाली सबसे ऊंची इमारत होगी
ट्विन टावर ध्वस्त होने वाली देश की सबसे ऊंची इमारत के नाम से जानी जाएगी। यह 100 और 97 मीटर ऊंची है। जबकि कुतुब मीनार की ऊंचाई 74 मीटर है।
