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साइबर पार्क प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कर बढ़िया रिटर्न देने की ठगी का मामला

Admin Delhi 1
1 Sep 2022 11:48 AM GMT
साइबर पार्क प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कर बढ़िया रिटर्न देने की ठगी का मामला
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एनसीआर गुरुग्राम क्राइम न्यूज़: गुरुग्राम सेक्टर-74 के साइबर पार्क प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक कराने के बाद हर माह बढ़िया रिटर्न देने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो बिल्डर भाईयों को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान सेक्टर-56, गुरुग्राम निवासी सुनील दहिया (49) और उसका छोटा भाई संजय दहिया (44) के रूप में हुई है। वारदात में दोनों के पिता दरियो सिंह भी शामिल थे, जिसकी मौत हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक दोनों के खिलाफ पहले से यह लोग 13 और मामलों में शामिल रह चुके हैं। इन लोगों पर इसी तरह फ्लैट बुक कराने के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों की ठगी का आरोप है। अब एक महिला से 70 लाख रुपये ठगने के आरोप में आर्थिक अपराध शाखा ने दोनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी जितेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि शारदा चौधरी नामक महिला ने ठगी की शिकायत दी थी। पीड़िता ने बताया कि निजी बिल्डर दरियो सिंह, इसके बेटे सुनील दहिया और संजय दहिया ने गुरुग्राम सेक्टर-74 में साइबर पार्क प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करने का झांसा दिया था। आरोपितों का कहना था कि साइबर पार्क में फ्लैट बुक करने पर पांच साल में उसका कब्जा दे दिया जाएगा।

इसके अलावा फ्लैट बुक करने वाले हर व्यक्ति को 120 रुपये स्क्वायर फुट के हिसाब से हर माह रिटर्न दिया जाएगा। देखभाल करने के बाद शारदा चौधरी ने 14 अप्रैल 2012 को दो यूनिट बुक करने के बाद 70 लाख रुपये दे दिए। लेकिन इसके बाद पीड़िता को न तो फ्लैट मिले और न ही हर माह मिलने वाला रिटर्न मिला। आरोपितों ने हर माह रिटर्न के नाम पर जो चेक दिए थे वह बाउंस हो गए। शिकायत मिलने के बाद आर्थिक अपराध शाखा ने 14 जून 2019 को इस संबंध में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपितों ने विग्नेश्वरा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई हुई थी। इस कंपनी के अलावा इन्होंने एक ही पते पर 15 और कंपनियों को रजिस्टर्ड किया हुआ था। साइबर पार्क के जिस प्रोजेक्ट के नाम पर निवेश करवाया गया था, वहां पहुंचने पर जमीन को मिली, लेकिन वहां कोई निर्माण नहीं हुआ था। कंपनी के खातों की जांच की गई तो पता चला कि आरोपियों ने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं।

कंपनी के खातों से दरियो सिंह व उसके दोनों बेटों के खातों में कैश ट्रांसफर हुआ था। सोमवार को एसीपी नगीन कौशिक और इंस्पेक्टर पंकज कुमार व अन्यों की टीम ने आरोपितों को सेक्टर-56 स्थित जलवायु टॉवर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना अपराध कबूला है। पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

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