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सीएजी ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की फोटोकॉपी मशीन पर खड़ा किया बड़ा सवाल
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की फोटोकॉपी मशीन पर सीएजी ने बड़ा सवाल खड़ा किया है। सीएजी रिपोर्ट में फोटोकॉपी मशीन पर बड़ा खेला पकड़ा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक किराए पर ली गई मशीन से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को 3 करोड़ 23 लाख 67 हजार रुपए का चूना लगा है। इस मामले में सीएजी ने जांच करते हुए बड़े सवाल खड़े किए हैं।
20 फोटोकॉपी मशीन किराए पर ली: दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा 20 फोटोकॉपी मशीन पौने 2 साल के लिए किराए पर ली गई। यह सभी फोटोकॉपी मशीन अप्रैल 2018 से लेकर दिसंबर 2021 तक एक प्राइवेट कंपनी से किराए पर ली गई। 20 फोटोकॉपी मशीन के एवज में प्राधिकरण ने कंपनी को 3.23 करोड़ रुपए से भी अधिक का भुगतान किया है।
केवल 45 लाख रुपए खर्च होते: अब इस मामले में सीएजी ने सवाल खड़े किए हैं। सीएजी ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि अगर बाजार से इन 20 फोटोकॉपी मशीन को 98.5 हजार रुपए की दर से एक खरीदते तो केवल ज्यादा से ज्यादा 20 लाख रुपए सभी मशीन पर खर्च होते। इसके अलावा मेंटेनेंस की बात करें तो अगर एक मशीन पर 1.8 लाख रुपए खर्च होते तो टोटल 6.11 लाख रुपए के मेंटेनेंस पर खर्च होता। अगर मोटा-मोटा हिसाब लगाया जाए तो 20 फोटोकॉपी मशीन खरीदने के बाद और मेंटेनेंस चार्ज लेने के बाद केवल 45 लाख रुपए खर्च होते। इसके अलावा मशीन भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की खुद की हो जाती।
"एसआईटी से जांच होनी चाहिए"
तेज ने सवाल खड़े करते हुए कहा है कि प्राधिकरण के पूर्व अधिकारियों की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कई फाइनेंस विभाग से जवाब मांगा गया है वहीं दूसरी ओर इस मामले को एक और बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा-2 में रहने वाले महेश राठी का कहना है कि इस मामले में एसआईटी से जांच होनी चाहिए। सीधे तौर पर कहा जा सकता है कि पूर्व अधिकारियों ने 3 करोड़ रुपए का चूना प्राधिकरण को लगाया है।