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2025 तक होंगी सबसे ज्यादा, राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाली बसों हटाकर ई-बसें उतारी जा रही हैं

Admin4
25 Aug 2022 12:28 PM GMT
2025 तक होंगी सबसे ज्यादा, राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाली बसों हटाकर ई-बसें उतारी जा रही हैं
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट डिपो से ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाली बसों हटाकर ई-बसें उतारी जा रही हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य की तर्ज पर अब परिवहन क्षेत्र में भी दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाया जाएगा।

जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन, हूटर, एसी और दिव्यांगों के अनुकूल सुविधाओं से लैस 97 लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें बुधवार को सड़क पर उतारी गईं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजघाट डिपो से ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

उन्होंने कहा कि राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाली बसों हटाकर ई-बसें उतारी जा रही हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य की तर्ज पर अब परिवहन क्षेत्र में भी दिल्ली को पूरी दुनिया का मॉडल बनाया जाएगा। राजधानी में भी दूसरे देशों में अपनाई जा रही आधुनिक प्रणाली को अपनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में पहले से 153 ई-बसें दौड़ रही थीं। बेड़े में 97 और ई-बसें शामिल होने के बाद उनकी संख्या 250 हो गई है। नवंबर 2023 तक 1500 और ई-बसें आने के बाद बेड़े में ई-बसों की संख्या 1800 हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 के अंत तक परिवहन विभाग के बेड़े में 6380 और ई-बसें जोड़ी जाएंगी। उस वक्त बसों की कुल संख्या 10,380 होगी, जिनमें 80% (8180) ई-बसें होंगी। तब देशभर में सबसे ज्यादा ई-बसें दिल्ली में होंगी।

42 मिनट में पूरी तरह चार्ज होगी एक ई-बस

बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के साथ मुख्यमंत्री ने डिपो में स्थापित चार्जिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने बस में नोजल लगाकर चार्जिंग प्रक्रिया की जानकारी हासिल की। मौके पर विशेषज्ञों ने बताया कि एक बस को 42 मिनट में 100 फीसदी चार्ज किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने बस में दाखिल होकर सुविधाओं की जानकारी ली। वहीं परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।

परिवहन क्षेत्र में मॉडल बनेगी दिल्ली

केजरीवाल ने कहा कि बस डिपो के विद्युतीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। ई-बसों की संख्या में बढ़ोतरी होने पर ज्यादा चार्जिंग स्टेशन की जरूरत होगी। इसे ध्यान में रखते हुए 2023 के अंत तक दिल्ली में 55 डिपो में चार्जिंग की सुविधा मुहैया करा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य की तर्ज पर परिवहन के क्षेत्र में उत्कृष्ट सुविधाएं मुहैया कर दिल्ली को पूरी दुनिया के लिए मॉडल बनाना है। हमें दूसरे देशों से सीखना भी हैं ताकि दिल्ली में परिवहन क्षेत्र में विश्वस्तरीय सुविधा मुहैया की जा सके।

ई-बसों में सुविधाएं

लो फ्लोर एसी , दिव्यांगों के अनुकूल

जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे, कांटेक्टलेस टिकटिंग, सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से निगरानी

महिलाओं के लिए मुफ्त टिकट

इलेक्ट्रिक बसों से ना तो प्रदूषण और न ही शोर होता है। सभी बसें बीएस-6 मानकों को पूरा करती हैं

लगेंगे 16 हाई स्पीड चार्जर

दिल्ली में कुल 7373 बसें सड़कों दौड़ रही हैं। इनमें सीएनजी और ई-बसें शामिल हैं। सिटी बस परिवहन बेड़े में वर्तमान में सर्वाधिक बसें हैं। इनमें दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की 4064 जबकि डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांजिट सिस्टम) के तहत क्लस्टर की 3309 बसें शामिल हैं। राजघाट डिपो में 16 हाई स्पीड चार्जर भी लगाए जाएंगे जबकि 10 चार्जर पहले से ही हैं।

केंद्र ने दिल्ली को दी है ई-बसों की सौगात : बिधूड़ी

भाजपा ने दिल्ली सरकार पर श्रेय लेने की राजनीति करने का आरोप मढ़ा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि राजधानी की सड़कों पर जो 97 इलेक्ट्रिक बसें लाई गई हैं, वह केंद्र सरकार ने दिल्ली को दी हैं। इससे पहले भी दिल्ली की सड़कों पर लाई गई इलेक्ट्रिक बसें केंद्र की मोदी सरकार की ही देन हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की राजधानी पूरे विश्व की सबसे प्रदूषित होने का कलंक झेल रही है। ऐसे में इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली के लिए संजीवनी साबित होंगी।

न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

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