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बीएसईएस 50 लाख स्मार्ट मीटर लगाएगी, लोड घटाने-बढ़ाने का भी कर सकेंगे आवेदन
दिल्ली: केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के दिशा.निर्देशों पर अमल करते हुएए बीएसईएस ने वर्तमान में लगे बिजली के साधारण मीटरों की के स्थान पर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की दी है। 17 जून, 2022 को इस संबंध में एक टेंडर नोटिस जारी किया गया था, जिसमें 50 लाख स्मार्ट मीटरों की आपूर्ति के लिए अवेदन मांगे गए हैं। इन स्मार्ट मीटर लगाने पर 4000 करोड़ रूपये तक की लागत आएगी। स्मार्ट मीटर लगाने के लक्ष्य को केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय की टाइमलाइन के मुताबिक मार्च 2025 तक हासिल कर लिया जाएगा। अब तक देश में 40 लाख 40 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। बीएसईएस का स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट इससे भी बड़ा है। यह 50 लाख स्मार्ट मीटरों का प्रोजेक्ट है जिसे लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बीएसईएस स्मार्ट मीटर के प्रोजेक्ट को 2 से 3 वर्षों के भीतर पूरा कर लेगी।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए होगा फायदेमंद: स्मार्ट मीटर की मदद से उपभोक्ता बिजली की खपत को खुद मॉनिटर कर सकते हैं और उसका विश्लेषण भी कर सकते हैं। डिमांड साइड मैनेजमेंट पर ध्यान देकर तार्किक तरीके से बिजली की खपत कर सकते हैं और इस तरह बिल में कमी ला सकते हैं। बीएसईएस ऑफिस में विजिट किए बगैर ही प्रिपेड बिलिंग से पोस्ट पेड बिलिंग का विकल्प चुन सकते हैं। स्मार्ट मीटर के माध्यम से लोड बढ़ाने-घटाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर में अपने इलेक्टिक वाहन की चार्जिग को मॉनिटर कर सकते हैं। इसमें रूफ टॉप सौर ऊर्जा नेट मीटरिंग को भी मॉनिटर किया जा सकता है। अगर बिजली आपूर्ति में कोई समस्या आती है या सेवाओं में किसी तरह का व्यवधान आता है, तो स्मार्ट मीटर इनसे संबंधित सूचना उपभोक्ता को दे देगा। स्मार्ट मीटर यह भी बता देगा कि बिजली बहाल होने में कितना वक्त मिलेगा। दूसरी ओर, स्मार्ट मीटर से डिस्कॉम को बिजली की योजना बनाने में मदद मिलेगी। स्मार्ट मीटर बिजली के लोड का अनुमान लगाने में और बिजली की शिड्यूलिंग करने में डिस्कॉम की मदद करेगा।