दिल्ली-एनसीआर

आईटी कंपनी के सर्वर में सेंधमारी का हुआ खुलासा, 3 पूर्व अधिकारियों पर भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन से संबंधित डेटा हटाने का शक

Renuka Sahu
10 April 2022 6:28 AM GMT
आईटी कंपनी के सर्वर में सेंधमारी का हुआ खुलासा, 3 पूर्व अधिकारियों पर भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन से संबंधित डेटा हटाने का शक
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फाइल फोटो 

नोएडा की एक आईटी कंपनी के डेटा सर्वर में सेंधमारी का खुलासा हुआ है। कंपनी के डायरेक्टर का आरोप है कि तीन पूर्व अधिकारियों ने डेटा चुराकर उसे सर्वर से हटा दिया और शेयर में भी गबन किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नोएडा की एक आईटी कंपनी के डेटा सर्वर में सेंधमारी का खुलासा हुआ है। कंपनी के डायरेक्टर का आरोप है कि तीन पूर्व अधिकारियों ने डेटा चुराकर उसे सर्वर से हटा दिया और शेयर में भी गबन किया। इसमें भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन से संबंधित सरकारी डेटा भी शामिल था। कंपनी अधिकारियों की शिकायत पर सेक्टर-58 थाने में धोखाधड़ी व आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

नोएडा सेक्टर-59 के डी ब्लॉक में हार्डशेल टेक्नोलॉजीज कंपनी का ऑफिस है। कंपनी डायरेक्टर गुंजन आहूजा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि उनकी कंपनी का मुख्यालय कानपुर में है और कंपनी भारत सरकार के स्किल इंडिया मिशन के सॉफ्टवेयर बनाती है। इससे जुड़े सरकारी व गैर सरकारी लोगों व स्किल किए गए अभ्यर्थियों का डेटा और दस्तावेज कंपनी के सर्वर पर रहता है। उनका आरोप है कि किसी ने सर्वर से सारा डेटा डिलीट कर दिया है। अभ्यर्थियों के प्रोजेक्ट का भी डेटा था। कंपनी ने जांच की तो पता चला कि कंपनी के पूर्व अधिकारी जयंत चावला, सेक्टर 121 स्थित अजनारा होम सोसाइटी निवासी पंकज कुमार और लखनऊ के विभूति खंड निवासी कमलेश कुमार ने सारे डेटा को चोरी कर हटा दिया है।
कंपनी के शेयर भी अपने नाम किए : आरोप है कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर कंपनी के शेयर भी अपने नाम पर ट्रांसफर कर लिए। कंपनी को आरोपियों के फर्जीवाड़े का पता चला तो इन्होंने शेयर सहित अन्य जानकारी वापस करने का वादा किया। मगर आरोपियों ने कुछ नहीं दिया।
फर्जीवाड़ा करने के बाद इस्तीफा
फर्जीवाड़ा करने के बाद तीनों आरोपियों ने एक साल पहले बिना नोटिस दिए इस्तीफा दे दिया था। धोखाधड़ी के दौरान आरोपी कमलेश कंपनी में सीईओ, जयंत चावला निदेशक और तकनीकी निदेशक के पद पर कार्यरत थे। आरोप है कि अभी भी तीनों आरोपी नोएडा में ही हैं। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी है। हालांकि वह मौके पर नहीं मिले।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि कंपनी अधिकारी की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए टीम दबिश द रही है।
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