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दिल्ली में खुलेंगे बेघर परिवार के बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल, डिजिटल होंगे क्लासरूम

Renuka Sahu
27 March 2022 3:46 AM GMT
दिल्ली में खुलेंगे बेघर परिवार के बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल, डिजिटल होंगे क्लासरूम
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फाइल फोटो 

दिल्ली सरकार ने विधान सभा में पेश किए गए अपने आठवें बजट में बेघर परिवारों के बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल शुरू करने की बात कही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली सरकार ने विधान सभा में पेश किए गए अपने आठवें बजट में बेघर परिवारों के बच्चों के लिए बोर्डिंग स्कूल शुरू करने की बात कही है। जो बच्चे सड़क किनारे, फुटपाथ, फ्लाईओवर और सीढ़ियों के नीचे या खुले पूजा स्थलों, मंडप, रेलवे प्लेटफॉर्म इत्यादि पर रहते हैं उनके लिए सरकार बोर्डिंग स्कूल खोलेगी। वहीं, निजी स्कूलों में बिजनस ब्लास्टर्स योजना भी शुरू करने की घोषणा की गई है।

सरकार ने कहा है कि स्टार्टअप्स के लिए सिंगल विंडो सिस्टम होगा। सरकार का बिजनेस ब्लास्टर्स एक टीवी कार्यक्रम है जिसकी शुरुआत दिल्ली सरकार ने पिछले वर्ष की थी। इसका उद्देश्य 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के व्यावसायिक विचारों में निवेश के लिए लोगों को आकर्षित करना है। सरकारी स्कूलों के बिजनेस आइडिया को काफी सराहा गया था। अब यह सरकारी स्कूलों के बाद निजी स्कूलों में भी लागू होगा। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में शिक्षा क्षेत्र के लिए 16,278 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की।
चिराग एंक्लेव में खुलेगा साइंस म्यूजियम
ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों की समझ विकसित करने के लिए दिल्ली सरकार ने चिराग एंक्लेव में एक साइंस म्यूजियम बनाने की घोषणा की है। सिसोदिया ने कहा कि इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच विज्ञान के बहुत सारे ऐसे विषय जो किताबों और वीडियो के माध्यम से उन्हें तिलिस्म की दुनिया लगते हैं, वह इस संग्रहालय में जाकर उन्हें आसानी से समझ सकेंगे। यह स्कूल साइंस म्यूजियम बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और रुचि विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगा। सत्र 2022-23 के बजट में स्कूल साइंस म्यूजियम के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
वंचित बच्चों का विशेष ध्यान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि आश्रय, भोजन और शिक्षा जैसे बुनियादी सुविधाओं से बेघर परिवारों के बच्चे वंचित रह जाते हैं। सरकार ने इन बच्चों को बुनियादी शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई उपाय किए हैं। अब कम उम्र के इन सुविधा वंचित बेघर बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए दिल्ली सरकार ने आधुनिक सुविधाओं के साथ एक बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने का फैसला किया है। ये स्कूल बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ रहने की भी सुविधा देंगे और उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयत्न करेंगे। इस नई पहल के लिए बजट में 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है।
सौ स्कूलों में स्थापित होंगी मांटेसरी लैब
आने वाले समय में दिल्ली के 100 स्कूलों में मांटेसरी लैब स्थापित की जाएगी। बजट भाषण में मनीष सिसोदिया ने कहा कि अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन की दिशा में मांटेसरी लैब बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसलिए राजधानी में पहली बार राजेंद्र नगर के सर्वोदय स्कूल में एक आधुनिक मांटेसरी लैब बनाई गई। उन्होंने कहा कि स्कूलों में खेल को आगे बढ़ाते हुए हमने 100 चयनित स्कूलों में स्थानीय बच्चों और समाज की जरूरतों के हिसाब से स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करना शुरू कर दिया है।
डिजिटल क्लासरूम बनेंगे
बजट भाषण में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के सभी क्लास रूम को अगले पांच साल में स्मार्ट डिजिटल क्लासरूम में बदलने की योजना रखी गई थी। इसका पायलट प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इस साल से हम अगले चार साल में अपने सभी स्कूलों के सभी क्लासरूम्स को डिजिटल क्लासरूम में बदलने का काम शुरू कर रहे। सरकार ने स्कूलों में खेल को आगे बढ़ाते हुए 100 चयनित स्कूलों में, स्थानीय बच्चों और समाज की जरूरतों के हिसाब से स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करना शुरू कर दिया है।
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