- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- आठ साल पहले हुए झगडे...
आठ साल पहले हुए झगडे को लेकर हुई थी भाजपा नेता की हत्या: दिल्ली पुलिस
दिल्ली क्राइम न्यूज़ अपडेट: पूर्वी जिला के गाजीपुर में भाजपा नेता जितेंद्र उर्फ जीतू चौधरी की गोली मार कर हत्या के आरोप में पुलिस ने उज्जवल उर्फ गौरव (26) सौरभ कटारिया (18) निवासी मयूर विहार फेज-3, राजा (22) बिट्टू (29) निवासी घड़ौली गांव को गिरफ्तार किया है।
आठ साल पहले आारोपी उज्जवल की मृतक जीतू चौधरी से झगड़ा हुआ था। इसी का बदला लेने के लिए अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि 20 अप्रैल को गाजीपुर के मयूर विहार फेस.तीन के सी.ब्लॉक में बाइक सवार बदमाशों ने जीतू चौधरी के गोली मार दी थी। उन्हें नोएडा के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की। एसीपी मधु विहार नीरव पटेल के दिशा निर्देशन में इंस्पेक्टर स्पेशल स्टॉफ सतेंद्र खारी व एसएचओ गाजीपुर धीरज कुमार के नेत्तृव में एसआई केके शर्मा व अन्य की टीम का गठन किया गया। पुलिस की टीम ने मौका ए वारदात के अलावा आरोपियों के फरार होने के संभावित रास्तों का रोड मैप तैयार कर करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। तफ्तीश के दौरान पुलिस टीम को आरोपियों के बारे में सुराग मिले।
पुलिस ने आरोपी उज्जवल, राजाए बिट्टू व सौरभ की पहचान कर चारों को गिरफ्तार कर लिया। उज्जवल मयूर विहार फेस.तीन में सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है। वहीं राजा व बिट्टू पर पहले से हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हैं। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी उज्जवल व मृतक जीतू चौधरी के बीच साल 2014 में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। तभी से दोनों के बीच रंजिश चल रही थी। साल 2018 में कुछ लोगों ने दोनों के बीच समझौता भी कराया था। लेकिन इनके बीच रंजिश चल रही थी। कुछ दिन पहले उसकी झगड़े को लेकर दोनों के बीच फिर से झगड़ा हो गया। इसके बाद उज्जवल ने जीतू की हत्या करने की योजना बनाई। उसने अपने साथी राजा, बिट़्टू व सौरभ को शामिल किया। फिर 20 अप्रैल की रात उसने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों ने तय कर लिया थ कि जीतू को जिंदा नहीं छोडऩा है आरेपियों ने जीतू को मारने के लिये उसके सिर व सीने में गोली मारी आरेपियों ने जीतू के सिर से प्वाईंट ब्लैंक रेंज से तीन गोली मारी, ताकि उसके जिंदा बचने की संभावनाएं ना रहें उन्हें इस बात का डर था कि जीतू अगर बच गया तो वह नहीं बच सकेंगे क्योंकि जीतू सबको पहचानता था । जीतू भाजपा के जिले में मंत्री के साथ ही कंस्ट्रक्शन का कारोबार करते थे ।