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साइबर धोखाधड़ी से रहे सावधान, निशांत कुमार यादव ने दिए टिप्स

Admin Delhi 1
14 July 2022 1:53 PM GMT
साइबर धोखाधड़ी से रहे सावधान, निशांत कुमार यादव ने दिए टिप्स
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एनसीआर गुरुग्राम न्यूज़: दिन प्रतिदिन साइबर अपराध बढ़ते जा रहे हैं। ठग आए दिन नए तरीकों से साइबर धोखाधड़ी कर रहे हैं। जिस से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। ऐसे में अब शहर में अगर लोगों के साथ साइबर धोखाधड़ी होती है तो उसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। इस पर कॉल करते ही साइबर धोखाधड़ी की जानकारी ले कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी, ताकि ठगी को रोका जा सके। गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सोशल मीडिया के दौर में बढ़ते साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों को ध्यान में रखते हुए जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे मामलों की तत्काल सूचना देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क सकते हैं।

बचने के लिए चुने कैश का ऑप्शन: उपायुक्त ने कहा कि पिछले कुछ सालों से लोगों में ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते क्रेज के कारण अक्सर लोग सोशल मीडिया पर बंपर डिस्काउंट, लॉटरी या फिर इनामी विज्ञापनों के झांसे में आ जाते हैं। ऐसे में पहले यह सुनिश्चित कर लें कि इस्तेमाल की जा रही वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर संभव है तो कोशिश करें कि ऑनलाइन साइट्स से सामान मंगवाते समय कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन चुने। ताकि आपकी बैंक और कार्ड डिटेल साइबर अपराधियों के हाथ न लग सके।

साइबर धोखाधड़ी होते ही तुरंत करें कॉल: डीसी श्री यादव ने कहा कि यदि फिर भी किन्ही कारणों से आपके साथ किसी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी होती है तो आप सबसे पहले हेल्पनाइन नंबर 1930 डायल करें और अपनी शिकायत को साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज करें। उपायुक्त ने जिला के युवाओं से अपील की है कि वे साइबर अपराधों से सावधान रहें और अपने परिवार के सदस्यों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि पहले साइबर फ्रॉड की सूचना के लिए 155260 हेल्पलाइन की सुविधा प्रदान की गई थी, लेकिन अब केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उपरोक्त नंबर की जगह 1930 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।

कॉल कर बच सकेंगे एफआईआर दर्ज करवाने के बाद लंबी प्रक्रिया से: उपायुक्त ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी जैसे अपराध की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस स्टेशन जाकर पारंपरिक तरीके से एफआईआर करवाना और उसकी जांच होना एक लंबी प्रक्रिया है। ऐसे में तुरंत कार्रवाई के लिए हेल्पलाइन का विकल्प सबसे सर्वोत्तम माध्यम है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की जितनी जल्दी सूचना दी जाए, उतना ही बढ़िया। ताकि आगे की ट्रांजेक्शन को रोकने के लिए पीड़ित को त्वरित सहायता प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति साइबर क्राइम की वेबसाइट wwwडॉटcybercrimeडॉट govडॉटin पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।

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