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दिल्ली में कल से स्कूलों में बजेगी घंटी, खुलेंगे कॉलेज और 100 फीसदी क्षमता के साथ दफ्तर

Kunti Dhruw
6 Feb 2022 3:44 PM GMT
दिल्ली में कल से स्कूलों में बजेगी घंटी, खुलेंगे कॉलेज और 100 फीसदी क्षमता के साथ दफ्तर
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राजधानी में कोरोना संक्रमण के कम मामलों के बीच सोमवार से दिल्ली खुलने के लिए तैयार है।

राजधानी में कोरोना संक्रमण के कम मामलों के बीच सोमवार से दिल्ली खुलने के लिए तैयार है। स्कूलों में जहां सोमवार से घंटी बजेगी वहीं कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों में भी छात्रों की चहलकदमी होगी। साथ ही स्वीमींग पूल के साथ जिम व स्पा सेंटर भी खोले जा रहे हैं। सभी दफ्तर 100 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे।

दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू का समय एक घंटा कम होगा जो कि रात 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक है। सभी रेस्तरां रात 11 बजे तक खुले रहेंगे। इस संबंध में उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में शुक्रवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में निर्णय लिया गया था।
कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक खुलेंगे स्कूल, अनुमति पत्र से मिलेगा प्रवेश
स्कूलों में आज कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई शुरू होगी। स्कूल अपनी क्षमता के हिसाब से बच्चों को बुला सकेंगे। स्कूल पहुंचने के दौरान छात्रों को अपने साथ सहमति पत्र ले जाना होगा। इस संबंध में स्कूलों की ओर से अभिभावकों को अनुमति पत्र भेज दिया गया था, जिस पर अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अपनी सहमति देनी थी। जो छात्र बिना अनुमति पत्र के स्कूल पहुंचेगा उसे स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। स्कूल खोलने के लिए प्रशासन की ओर से शनिवार तक सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। स्कूलों में हाईब्रिड यानि ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में ही पढ़ाई जारी रहेगी।
मयूर विहार फेज-तीन स्थित विद्या बाल भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. सतवीर शर्मा ने बताया कि स्कूल को सैनेटाइज कर दिया गया है। साथ ही जरूरी दिशा-निर्देशों को स्कूल के मेन गेट, कॉरिडोर व वॉश रूम के बाहर लगाया गया है। स्कूल ने यह भी सुनिश्चित किया है कि स्कूल के सभी स्टॉफ का टीकाकरण हो गया हो। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल में आइसोलेशन के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है, जिसमें नर्सिंग स्टॉफ, ऑक्सीजन सिलिंडर व बाकी अन्य जरूरी उपकरणों की व्यवस्था की गई है।
प्रिंसिपल ने बताया कि सोमवार को सिर्फ 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल बुलाया जाएगा जबकि 50 फीसदी बच्चों को मंगलवार को बुलाया जाएगा। स्कूल आने के लिए बच्चों के पास सहमति पत्र होना भी जरूरी है। गौरतलब है कि 14 फरवरी से नर्सरी से लेकर आठवी तक के स्कूलों को भी खोलने की तैयारी है। इसके लिए स्कूलों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिससे सभी स्कूल अपने-अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर लें।

दिल्ली सरकार के कुछ कॉलेजों को खोलने पर बैठक
दिल्ली सरकार के तकनीकी संस्थानों को खुलने को लेकर सोमवार को बैठक होगी। हालांकि, सोमवार से नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी) को छात्रों के लिए खोला जा रहा है। साथ ही 100 फीसदी क्षमता के साथ कॉलेज स्टॉफ को भी उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। इस दिशा में शनिवार तक कॉलेज की ओर से सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया था। अंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से भी सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। कॉलेज खुलने के साथ बच्चों के लिए शारीरिक दूरी का पालन कर बैठने की व्यवस्था की गई है। वहीं, दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) और इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफोर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) में सोमवार को बैठक कर कॉलेज खुलने के लिए तिथि तय की जाएगी। इसके बाद छात्रों को चरणबद्ध तरीके से बुलाया जा सकता है।
जिम और स्पा सेंटर में होगी चहलकदमी
आज से जिम और स्पा सेंटर को खोलने के लिए संचालकों की पूरी तैयारी है। डीडीएमए के फैसले पर राहत जताते हुए जिम और स्पा संचालकों का कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से उद्योग को काफी नुकसान हुआ है। घटते संक्रमण के बीच दोबारा से जिम और स्पा खुलने से अर्थव्यवस्था के फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद है। कोरोना नियमों को ध्यान में रखते हुए संचालकों ने अपने परिसर में सैनेटाइजेशन करवाने के साथ सैनिटाइजर मशीन की भी व्यवस्था की है। साथ ही जिम और स्पा में प्रवेश से पहले प्रत्येक आंगुतक के शरीर के तापमान की डिजीटल थर्मामीटर से जांच की जाएगी। यदि तापमान सामान्य से अधिक होगा तो उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा। कुछ जिम संचालक टीकाकरण पर भी जोर दे रहे हैं। करोल बाग स्थित एक जिम संचालक रणजीत मान ने कहा कि कोशिश रहेगी कि जिन सदस्यों ने टीकाकरण कर लिया है वे ही जिम में प्रवेश करे।

दिल्ली विश्वविद्यालय खोलने के लिए होगा प्रदर्शन
दिल्ली में बंदिशों में ढील मिलने के बाद भी अभी दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों को खोलने के फैसला नहीं लिया है। प्रशासन का कहना है कि चूंकि, यहां देशभर से छात्र पढ़ने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में अभी कोरोना की स्थिति पर गौर कर विचार किया जाएगा। वहीं, कॉलेज न खुलने से नाराज छात्र सोमवार को 11 बजे वाइस चांसलर कार्यालय के बाहर जुटेंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले छात्र संगठन एसएफआई का कहना है कि प्रदर्शन का उद्देश्य विश्वविद्यालय को डिजीटल यूनवर्सिटी से वापस दिल्ली यूनिवर्सिटी बनाना है।


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