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- रहिएगा सावधान, दिल्ली...
नई दिल्ली : अगर आप दिखने में दुबले-पतले हैं और आपकी त्वचा का रंग साफ नहीं है, तो सड़क पर चलते हुए दिल्ली पुलिस आपको पूछताछ के लिए रोक सकती है. दिल्ली पुलिस द्वारा हॉक आई (Operation Hawk Eye) नाम से एक ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें इस तरह के लोगों को रोककर उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस का मानना है कि ज्यादातर झपटमारी करने वाले और नशा कर वारदात करने वालों (Chain Snatchers and Drug addicts) का हुलिया इस तरह का होता है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Commissioner Rakesh Asthana) ने सभी जिलों में ऑपरेशन हॉक आई को लागू करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार दिल्ली के बाहरी उत्तरी जिला में ऑपरेशन हॉक आई की शुरूआत डीसीपी बिजेंद्र यादव (DCP Bijendra Yadav launched Operation Hawk Eye in Outer Northern District) द्वारा की गई थी. इसके लिए उन्होंने एक टीम का गठन किया था जो सादी वर्दी में घूमते हुए ऐसे लोगों को चिन्हित करती है, जो देखने में दुबले पतले हो और उनका रंग साफ ना हो. ऐसे लोगों को रोककर पुलिस टीम उनसे पूछताछ करती है और उनके रिकॉर्ड को खंगालती है. इस ऑपेरशन को चलाने की वजह से उस क्षेत्र में काफी संख्या में अपराधी पकड़े गए हैं. दिल्ली पुलिस का यह तर्क है कि ज्यादातर झपटमारों का हुलिया इस तरह का पाया गया है कि वह दुबले पतले होते हैं. इसके साथ ही कई मामलों में नशा करने वालों की स्कीन काली हो जाती है जिसके चलते उनकी पहचान करना पुलिस के लिए आसान हो जाता है.
हाल ही में दिल्ली पुलिस कमिश्नर द्वारा आयोजित की गई बैठक में बाहरी- उत्तरी जिला के डीसीपी बिजेंद्र यादव द्वारा इस मामले को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया था. इसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी 15 जिलों में इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इस ऑपरेशन के तहत अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे दुपहिया सवार की भी जांच करने के लिए कहा है., जो बिना हेलमेट चल रहे हों. खासतौर से जिस दुपहिए पर पीछे बैठे शख्स ने हेलमेट न पहना हो, उसकी जांच अवश्य की जाए.
पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला डीसीपी को यह निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने जिले में 6 से 7 पुलिसकर्मियों की एक ऐसी टीम बनाएं. इस टीम का सुपरविजन एसीपी द्वारा किया जाएगा. एसीपी की जानकारी में वह जांच करने के लिए निकलेंगे और किसी भी क्षेत्र में हॉक आई ऑपरेशन चलाएंगे. इसके तहत वहां पर जांच की जाएगी और जो भी संदिग्ध लोग इस तरह के हुलिए के होंगे उनसे पूछताछ की जाएगी. पुलिस कमिश्नर को उम्मीद है कि इस ऑपरेशन से बड़ी संख्या में ना केवल अपराधी पकड़े जाएंगे बल्कि उनका एक डाटाबेस भी पुलिस के पास तैयार होगा.