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गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर जगमगाया बंगला साहिब गुरुद्वारा, श्रद्धालुओं का लगा तांता

SHIDDHANT
4 Nov 2025 9:52 PM IST
गुरु नानक जयंती की पूर्व संध्या पर जगमगाया बंगला साहिब गुरुद्वारा, श्रद्धालुओं का लगा तांता
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Delhi दिल्ली: गुरु नानक देव जी की जयंती की पूर्व संध्या पर राजधानी दिल्ली का ऐतिहासिक बंगला साहिब गुरुद्वारा रोशनी से जगमगा उठा। पूरे परिसर को रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और दीयों से सजाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने गुरु नानक देव जी के उपदेशों को नमन करते हुए विशेष अरदास में हिस्सा लिया। गुरुद्वारा परिसर में चारों ओर भक्ति और शांति का माहौल देखने को मिला। शाम होते ही लाइटिंग के बीच जब ‘जो बोले सो निहाल... सत श्री अकाल’ की गूंज उठी तो वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक हो गया। संगतों ने गुरुवाणी का पाठ किया और कीर्तन दरबार में शामिल हुए। मुख्य दीवान हॉल में रागी जत्थों ने गुरु नानक देव जी के जीवन और उनके संदेशों पर आधारित शबद कीर्तन प्रस्तुत किया।
लंगर सेवा का आयोजन भी विशेष रूप से किया गया था। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में सेवा में हिस्सा लिया और “सेवा ही सच्चा धर्म है” के भाव को जीया। हजारों लोगों ने गुरु का लंगर ग्रहण किया। इसके अलावा बच्चों और युवाओं के लिए विशेष धार्मिक कार्यक्रम, गुरुबाणी प्रतियोगिता और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी प्रदर्शनियां भी लगाई गईं। गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सदस्यों ने बताया कि इस वर्ष की थीम “समानता और सेवा का संदेश” रखी गई है। गुरुद्वारे के बाहर विशेष सजावट की गई थी जिसमें पारंपरिक दीये और आधुनिक एलईडी लाइटों का सुंदर समन्वय दिखाई दिया। आसपास की सड़कों को भी फूलों और झंडियों से सजाया गया, जिससे पूरा इलाका एक आध्यात्मिक उत्सव स्थल में तब्दील हो गया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। दिल्ली पुलिस और स्वयंसेवक लगातार निगरानी में रहे ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो। यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष यातायात योजना भी लागू की गई। गुरु नानक देव जी की जयंती, जिसे ‘गुरुपर्व’ या ‘प्रकाश पर्व’ के रूप में मनाया जाता है, सिख समुदाय का सबसे बड़ा धार्मिक पर्व है। गुरु नानक देव जी ने प्रेम, समानता, और मानवता का जो संदेश दिया, वही आज भी विश्वभर में लोगों को प्रेरित कर रहा है।
दिल्ली के अलावा अमृतसर के स्वर्ण मंदिर, पटना साहिब, आनंदपुर साहिब और देशभर के अन्य गुरुद्वारों में भी इसी तरह की तैयारियां की गई हैं। श्रद्धालु रातभर भजन-कीर्तन और प्रकाश पर्व की आराधना में लीन रहेंगे। बंगला साहिब में फैली रोशनी और श्रद्धा का यह दृश्य न केवल सिख समुदाय बल्कि हर धर्म के लोगों को आकर्षित कर रहा है। इस पावन अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को गुरु नानक जयंती की शुभकामनाएं दीं और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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