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फ्रैंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होते ही स्क्रीन रिकॉर्डिंग करके ब्लैकमेल करते थे, स्पेशल सेल ने किया गिरफ़्तार
दिल्ली न्यूज़: स्पेशल सेल की टीम ने एक ऐसे सेक्सटॉर्शन गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर सुंदर युवतियों के डीपी लगे हुए फर्जी प्रोफाइल से पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे। जैसे ही कोई उसके झांसे में आकर उस रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करता, उसके मैसेंजर पर पहले चैटिंग और फिर अश्लील ऑनलाइन वीडियो कॉल करने लगते। इसी दौरान वे कॉल रिसीव करते ही वे स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लेते थे। फिर शुरू होता था वायरल कर बदनाम करने के नाम पर ब्लैकमेलिंग का खेल। स्पेशल सेल ने इस मेवाती अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। वह मूल रूप से दौसा, राजस्थान का रहने वाला है। इसके पास से पुलिस ने पिस्टल और कारतूस बरामद किया है। शुरुआती पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया है कि इनके गैंग ने 50 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। दिल्ली के एक मामले में अदालत ने आरोपी सद्दाम को भगोड़ा घोषित किया हुआ था। इसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की ओर से 20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। स्पेशल सेल की टीम पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया कि इस गिरोह ने बाराखंभा रोड इलाके में रहने वाले एक वकील के साथ सेक्सटॉर्शन के जरिये वसूली कर ली थी। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था। निचली अदालत ने गत मई में ही आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया था। स्पेशल सेल के एसीपी अतर सिंह, इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह, सतविंदर की टीम इसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी थी। जांच में पता चला था कि इस गिरोह ने दिल्ली एनसीआर में दर्जनों लोगों को शिकार बनाया है। टीम लगातार इनके बारे में टेक्निकल व मैनुअल सर्विलांस के माध्यम से जानकारी जुटा रही थी। इसी दौरान टीम को 6 अगस्त को सूचना मिली कि गिरोह का सरगना सद्दाम हुसैन छतरपुर स्थित गांव सतबरी के पास दोपहर तीन बजे अपने सहयोगी से मिलने आएगा। त्वरित कार्रवाई करते हुए टीम ने ट्रैप कर उसे दबोच लिया।
प्रोफाइल के अनुसार चुनते थे शिकार: पूछताछ में पता चला कि गिरोह के सदस्य प्रोफाइल की जांच करने के बाद शिकार चुनते थे। इसमें उम्रदराज व्यवसायी, सेवानिवृत, बड़े करोबारी हुआ करते थे। ऐसे लोग जो अपने सामाजिक मान प्रतिष्ठा का ध्यान रखते हों। इसके बाद उनके फेसबुक व अन्य प्लेटफॉर्म पर सुंदर युवतियों के फर्जी प्रोफाइल से रिक्वेस्ट भेज कर लुभाते थे। एक्सेप्ट होने पर पहले महिला बनकर उनके साथ अश्लील चैट करते थे। फिर अश्लील ऑनलाइन वीडियो कॉल करते थे। इनके गिरोह में लड़कियां भी होती हैं, जो उस वीडियो कॉल में अश्लील हरकते यहां तक कि बिना कपड़ों के होती हैं। इस दौरान वे स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लिया करते थे। उसके बाद उक्त वीडियो को वायरल करने या उनके परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों या दोस्तों को भेजकर बदनाम कर देने की धमकी देकर पैसे की मांग करते थे।
गरीब और अनपढ लोगों के खातों में मंगवाते थे रुपये: इस काम में सद्दाम की एजाजुल, अमजद खान और कुछ अन्य लोग सहायता करते हैं। ये सभी वीडियो तैयार करने का काम करते हैं। साथ ही मैसेज कर पीड़ितों उनके अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने के नाम पर धमकाने का काम करते थे। फिर पीड़ितों को रुपये डालने के लिए गरीब व अनपढ़ लोगों के बैंक खातों का नंबर दिया जाता है। इसके बदले वे खाता धारकों को कुछ रुपये दिया करते हैं