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स्पेशल सीपी के अलावा सट्टे को संरक्षण देने वालों में कई और नाम भी, शाहदरा के नामी सटोरियों को कौन देता है संरक्षण

Admin Delhi 1
16 Jun 2022 1:34 PM GMT
स्पेशल सीपी के अलावा सट्टे को संरक्षण देने वालों में कई और नाम भी, शाहदरा के नामी सटोरियों को कौन देता है संरक्षण
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दिल्ली क्राइम न्यूज़ अपडेट: पूर्वी दिल्ली में एक सट्टा किंग द्वारा पुलिस महकमे के एक वरिष्ठ अधिकारी का नाम उजागर होने से दिल्ली पुलिस महकमे में एक सन्नाटा हैं, कि आखिरकार कौन है वह स्पेशल सीपी! जिनके नाम पर पूर्वी दिल्ली में ये सट्टे का कारोबार चलता है। लेकिन वहीं ये बात भी चर्चा में है कि अगर इसकी जांच सही से हो गई तो पूर्वी दिल्ली में तैनात कई पुलिस अधिकारी भी इस इसके बाद होने वाली कार्रवाई की जद में आएंगे, क्योंकि उनके ही संरक्षण में सट्टा किंग को कई बार रेड के दौरान फरार दिखाया गया तो कई बार उसे नामजद तक नहीं किया गया। बता दे कि ईस्टर्न रेंज में सट्टे के अवैध कारोबार लगातार बढ़ रहा है।

बताया जाता है सट्टे के अवैध कारोबार के जानकारी स्थानीय स्तर पर थानों सहित डीसीपी कार्यालय तक दी जाती रही है, लेकिन उसके बाद भी इस पर कार्रवाई नहीं की जाती। पूर्वी दिल्ली में मंडावली थानाक्षेत्र के अंतर्गत ही इस सट्टा किंग के नाम के सट्टे का अवैध कारोबार चलता है, इसके संबंध में लिखित तौर पर कई बार शिकायतें थाना मंडावली, मधू विहार और डीसीपी पूर्वी दिल्ली को भी मिली है और रेड भी मारी गई है,लेकिन हर बार सट्टे के मुखिया को या तो फरार दिखाया गया है या फिर उसका नाम एफआईआर में रखा ही नहीं गया है। बताया जाता है इस पर कई शीर्ष अधिकारियों का हाथ है साथ ही कई नामी गैंगस्टर गैंग के सदस्य इसके कारोबार को चलाते है। इसी तरह शकरपुर, लक्ष्मी नगर, शाहदरा, जगतपुरी, खुरेजी, विश्वास नगर, वेलकम कॉलोनी, सीलमपुर, त्रिलोकपुरी सहित आनंद विहार स्टेशन के पास सट्टे का खेल खुलेआम होता है।

क्राइम ब्रांच के साथ ही अब विजिलेंस की भी जांच: सट्टा किंग द्वारा एक वरिष्ठ अधिकारी पर लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच अब क्राइम ब्रांच के अलावा इसकी जांच एक विजिलेंस टीम भी करेगी। विजिलेंस जांच को जिम्मा सौंपा गया है कि आखिरकार क्या इसमें पैसे का लेनदेन भी हुआ है या नहीं। इसका लक्ष्य यह जांच करना है कि सट्टा किंग के द्वारा दी जाने वाली आर्थिक लेनदेन की जानकारी की बारीकी से जांच करना। अगर जानकारी सही पाई जाती है तो दोनों के बीच हुए लेनदेन को ट्रैक करना और जरूरी सुराग जुटाना है। जिसका उपयोग आगे की कानूनी व विभागीय कार्रवाई में किया जा सके।

इन इलाकों में होता है सबसे ज्यादा सट्टे का अवैध कारोबार: मंडावली, मुधविहार, त्रिलोकपुरी, भाटी माईंस, छत्तरपुर फार्म हाऊस, नंद नगरी, द्वारका, इंद्रपुरी, छतरपुर, निजामुद्दीन, मजनूं का टीला, कल्याणपुरी, हौज खास गांव और खानपुर इलाको में बड़ी मात्रा में सट्टा को खेल खेला जाता हैं ।

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