दिल्ली-एनसीआर

असामाजिक तत्वों ने राजधानी को फिरसे दंगों में झोंकने की तैयारी की थी, पुलिस ने सूझबूझ से किया था नाकाम: रिपोर्ट

Admin Delhi 1
18 April 2022 8:32 AM GMT
असामाजिक तत्वों ने राजधानी को फिरसे दंगों में झोंकने की तैयारी की थी, पुलिस ने सूझबूझ से किया था नाकाम: रिपोर्ट
x

दिल्ली न्यूज़ अपडेट: हनुमान जयंती के दिन निकली शोभायात्रा पर जहांगीरपुरी में असामाजिक तत्वों ने दिल्ली को एक बार फिर दंगों में झोंकने की तैयारी कर ली थी, लेकिन उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगों से सबक ले चुकी दिल्ली पुलिस ने इस आहट को भांप लिया और महज 4 घंटे से भी कम समय में स्थिति पर काबू पाया। यही नहीं, राजधानी में जहांगीरपुरी की हिंसा के बाद जमिया नगर, उत्तरपूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में सोशल मीडिया द्वारा भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई, परन्तु दिल्ली पुलिस ने सभी मंसूबों पर पानी फेर दिया। एक्टिव हुई दिल्ली पुलिस की टीम ने मौके पर स्थिति को संभालने के साथ सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी और पूरी दिल्ली को चंद मिनटों पर अलर्ट मोड पर कर दिया, जिसके चलते एक बार फिर से दिल्ली जलने से बच गई। जांच में आया है कि मौके पर पुलिस को काफी मात्रा में पत्थर और शराब की बोतलों में ज्वलनशील पदार्थ मिले हैं जिससे सुनियोजित साजिश की बू दिखी है,लेकिन पुलिस ने कहा है जांच से पहले इस पर टिप्पणी करना गलत है, हां ये बात जरूर थी, इलाके में हिंसा के बाद दिल्ली को जलाने की कोशिश सोशल मीडिया पर शुरू कर दी गई थी,जिसे रोका गया।

दंगे की साजिश ऐसे की नाकाम: दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक जहांगीरपुरी में दंगे की शुरुआत शाम 5: 40 बजे हुई,मौके पर हालात बिगड़ने लगे थे,लेकिन एकाएक चंद मिनटों में कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। ये वैसे ही वीडियों थे जो उत्तरपूर्वी दिल्ली दंगों के दौरान वायरल हुए थे,और एकाएक कई जगहों पर आगजनी और हिंसा हुई थी। पुलिस मुख्यालय की साइबर टीम को जैसे ही इसकी भनक लगी, तभी उनकी साइबर टीम समेत सभी जिलों की सोशल मीडिया टीम एक्टिव हो गई और एकाएक ट्विटर,इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूटूयब पर निगरानी की जाने लगी। अधिकारी के मुताबिक शाम 6 बजे से लेकर 8 बजे तक कई इलाकों में सोशल मीडिया नेटवर्क धीमा किया गया, साथ ही सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक वीडियो और फोटो को ब्लॉक किया जाने लगा।

बताया जाता है कि पुलिस ने करीब 47 यूट्यूब ,112 फेसबुक पेज सहित व्हाट्सएप के करीब 11 वीडियो को एकाएक ब्लॉक किया,जिससे भावनाएं नहीं भड़कीं। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने कहा कि ये वीडियों और पेज महज कुछ घंटों के लिए ब्लॉक किए गए थे,और सभी कंटेंट पर लगातार निगरानी की जा रही थी। इसके अलावा जो भी राजधानी के संवेदनशील इलाके थे, वहां नेटवर्क जाम भी किया गया,ताकि किसी भी तरह का वार्तालाप न हो और लोग एकत्र न हो पाएं। इसके अलावा सभी डीसीपी जोन, वरिष्ठ अधिकारियों समेत सोशल मीडिया पर उनके एक्टिव सदस्यों ने शांति की अपील के साथ मौजूदा हालातों की सही स्थिति से हर व्यक्ति को उसी प्लेटफार्म पर अवगत कराया,जिससे हालात नहीं बिगड़े।


हालात अब नियंत्रण में हैं : दीपेन्द्र पाठक जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर शनिवार शाम हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में हैं। बातचीत में स्पेशल सीपी दीपेन्द्र पाठक ने कहा कि तनावपूर्ण स्थिति है,लेकिन हालात नियंत्रण में हैे। पहले हमारी कोशिश हालात सामान्य करने की थी,उसके बाद दंगाइयों की तलाश कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की। जिस पर काम शुरु कर दिया है। हमने करीब 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और वीडियो, जिनको बलवे के दौरान अलग-अलग मोबाइल से बनाया गया था, को कब्जे में लिया है। इन वीडियो के आधार पर पुलिस ने अभी तक 20 गिरफ्तारियां की हैं।

Next Story