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अंकित गुर्जर की हत्या पूर्वनियोजित साजिश का हिस्सा

Admin4
9 Aug 2022 6:39 PM GMT
अंकित गुर्जर की हत्या पूर्वनियोजित साजिश का हिस्सा
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नई दिल्ली : तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में अंकित गुर्जर की हत्या एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी. इस साजिश में जेल के अधिकारी शामिल थे. इस बात की सूचना सीबीआई ने दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) को दी है.

सीबीआई ने इसी सिलसिले में पिछले 29 जुलाई को सहायक अधीक्षक दिनेश डबास और हेड वार्डन दीपक चिकारा को गिरफ्तार किया था. उसके पहले 5 मई को उप जेल अधीक्षक नरेंद्र मीणा को गिरफ्तार किया गया था. सीबीआई ने इस मामले में अब तक 113 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं. सीबीआई के मुताबिक तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने पिछले अगस्त 2021 में अंकित गुर्जर के सेल से एक मोबाइल फोन और कुछ अन्य प्रतिबंधित सामग्री बरामद की थी. इसके बाद उसे दूसरी सेल में ट्रांसफर किया जाना था. अंकित इसके विरोध में था. इसी को लेकर अंकित की उप जेल अधीक्षक नरेंद्र मीणा से मारपीट हो गई थी. बाद में जेल स्टाफ ने गुर्जर और दो अन्य कैदियों के साथ कथित तौर पर मारपीट की. बाद में अंकित की सेल में ही मौत हो गई थी।

हाईकोर्ट ने 8 सितंबर 2021 को अंकित गुर्जर की हत्या की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था. अंकित गुर्जर 4 अगस्त 2021 को जेल में मृत पाया गया था. अंकित के परिजनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि जेल अधिकारी अंकित गुर्जर को प्रताड़ित कर रहे थे, क्योंकि वे पैसों के लिए रोज बढ़ रही उनकी मांग को पूरा नहीं कर पाया था.

याचिकाकर्ता की ओर से वकील महमूद प्राचा ने कहा था कि तिहाड़ जेल के अंदर अधिकारी एक संगठित वसूली गिरोह संचालित कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि दिल्ली पुलिस जांच में हेरफेर करने की कोशिश कर रही है. याचिका में दावा किया गया था कि जब अंकित गुर्जर की पिटाई की गई तो एक अधिकारी ने सीसीटीवी को बंद करने का कथित आदेश दिया था.

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