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अमित शाह का तंज, बोलें-" Women Reservation Bill" को लेकर कांग्रेस कभी भी गंभीर नहीं रही, विपक्ष बिल को पचा नहीं पा रहा, शर्मनाक

SANTOSI TANDI
20 Sep 2023 4:00 AM GMT
अमित शाह का तंज, बोलें- Women Reservation Bill को लेकर कांग्रेस कभी भी गंभीर नहीं रही, विपक्ष बिल को पचा नहीं पा रहा, शर्मनाक
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पचा नहीं पा रहा, शर्मनाक
दिल्ली :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महिला आरक्षण को लेकर विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि कांग्रेस प्रतीकात्मकता को छोड़कर, कभी भी महिला आरक्षण को लेकर गंभीर नहीं रही। अमित शाह ने निशाना साधते हुए आगे कहा कि चाहे कांग्रेस श्रेय लेने के लिए कितने ही स्टंट क्यों न कर ले, लेकिन उनका दोहरा चरित्र कभी छुपेगा नहीं। अमित शाह ने कांग्रेस नेताओं द्वारा महिला आरक्षण का श्रेय लेने वाले बयानों पर कटाक्ष करते हुए एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, "भारत भर में लोग संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पेश होने पर खुशी मना रहे हैं।
यह महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अफसोस की बात है कि विपक्ष इसे पचा नहीं पा रहा है और इससे भी अधिक शर्मनाक बात यह है कि प्रतीकात्मकता को छोड़कर, कांग्रेस कभी भी महिला आरक्षण को लेकर गंभीर नहीं रही। या तो उन्होंने कानूनों को समाप्त होने दिया या उनके मित्र दलों ने विधेयक को पेश होने से रोक दिया। उनका दोहरा चरित्र कभी छुपेगा नहीं, चाहे वे श्रेय लेने के लिए कितने ही स्टंट क्यों न कर लें।"
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह विधेयक आज सिर्फ हेडलाइन बनाने के लिए है, जबकि इसका कार्यान्वयन बहुत बाद में हो सकता है. कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाओं के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से विपक्ष पर निशाना साधा.
क्या कहा गृह मंत्री अमित शाह ने?
गृह मंत्री शाह ने X पर लिखा, ''भारतभर में लोग संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पेश किए जाने पर खुश हैं. यह महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है.'' इसी के साथ शाह ने लिखा, ''अफसोस की बात है कि विपक्ष इसे पचा नहीं पा रहा है. और, इससे भी ज्यादा शर्मनाक बात यह है कि टोकेनिज्म (सांकेतिकवाद) को छोड़कर, कांग्रेस कभी भी महिला आरक्षण को लेकर गंभीर नहीं रही. या तो उन्होंने कानूनों को समाप्त होने दिया या उनके मित्र दलों ने विधेयक को पेश होने से रोक दिया. उनका दोहरा चरित्र कभी छुपेगा नहीं, चाहे वे श्रेय लेने के लिए कितने ही स्टंट क्यों न कर लें.''
महिला आरक्षण बिल पर जयराम रमेश ने सरकार को घेरा
इससे पहले मंगलवार (19 सितंबर) को ही कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने महिला आरक्षण बिल को लेकर एक्स पर लिखा, ''चुनावी जुमलों के इस मौसम में, यह सबसे बड़ा जुमला है! यह देश की करोड़ों महिलाओं और लड़कियों की उम्मीदों के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है. हमने पहले भी बताया है कि मोदी सरकार ने अभी तक 2021 में होने वाली दशकीय जनगणना नहीं की है. भारत G20 का एकमात्र देश है जो जनगणना कराने में विफल रहा है.''
उन्होंने आगे लिखा, ''अब कहा गया है कि महिला आरक्षण विधेयक के अधिनियम बनने के बाद, जो पहली दशकीय जनगणना होगी, उसके उपरांत ही महिलाओं के लिए आरक्षण लागू होगा. यह जनगणना कब होगी. विधेयक में यह भी कहा गया है कि आरक्षण अगली जनगणना के प्रकाशन और उसके बाद परिसीमन प्रक्रिया के बाद प्रभावी होगा. क्या 2024 चुनाव से पहले जनगणना और परिसीमन हो जाएगा? यह विधेयक आज सिर्फ हेडलाइन बनाने के लिए है, जबकि इसका कार्यान्वयन बहुत बाद में हो सकता है. यह कुछ और नहीं बल्कि है.''
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