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Alert! आपके भी मोबाइल में हो सकता है खतरनाक Octo बैंकिंग ट्रोजन, जाने कैसे बचें?
Deepa Sahu
11 April 2022 6:20 PM GMT
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अक्सर ही गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर ख़तरनाक मैलवेयर (Malware) वाले ऐप्स पाए जाते हैं.
Octo Banking Trojan, अक्सर ही गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर ख़तरनाक मैलवेयर (Malware) वाले ऐप्स पाए जाते हैं, जो लोगों को नुक़सान भी पहुंचाते हैं. इसी तरह अब एक और मैलवेयर गूगल प्ले स्टोर पर आया है, जिसे लगभग 50 हजार बार डाउनलोड (Download) किया जा चुका है. ये मैलवेयर एक रेंटल बैंकिंग ट्रोजन है, जिसे Octo कहा जा रहा है. रि ये ExobotCompact नाम के मैलवेयर का रिब्रांड वर्जन बताया जा रहा है.
Octo बैंकिंग ट्रोजन की रिमोटली काम करता है और इसे मोबाइल में ना तो आसानी से पकड़ा जा सकता है और ना ही हटाया जा सकता है. साइबर क्रिमिनल्स इसका गलत इस्तेमाल कर लोगों के स्मार्टफोन्स को निशाना बनाकर उनका बैंकिंग डेटा चुरा लेते हैं. इस ट्रोजन के ज़रिए स्मार्टफ़ोन में ट्रांजैक्शन करके लोगों के साथ ठगी भी की जा सकती है. यह ट्रोजन फोन के ऐक्सेसिब्लिटी सर्विस का यूज करता है यानी अगर आप ऐक्सेसिब्लिटी सर्विस एनेबल नहीं करते हैं तो ये ट्रोजन आपका नुक़सान नहीं कर सकता है, लेकिन अधितकर लोग ऐप को कई सारे ऐक्सेस एक साथ दे देते हैं, जिनमें ऐक्सेसिब्लिटी परमिशन भी शामिल है.
रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल ये ट्रोजन पॉकेट स्क्रीनकास्टर, फ़ास्ट क्लीनर 2021, प्ले स्टोर, पोस्टबैंक सिक्योरिटी और प्ले स्टोर ऐप इंस्टॉल जैसे इंस्टॉलर में डिटेक्ट किए गए हैं. इस तरह के फ़्रॉड से बचने के लिए आपको थोड़ा सावधान रहना होगा.
सामान्य तौर पर, Android यूजर्स इन जरूरी टिप्स का पालन करके अपने स्मार्टफोन के इनफेक्ट होने की संभावना को कम कर सकते हैं.
किसी भी थर्ड पार्टी स्टोर से ऐप डाउनलोड करते समय ज़्यादा सावधानी बरतें.
गूगल प्ले स्टोर के अलावा कहीं और से APK से ऐप इंस्टॉल न करें.
यह सुनिश्चित करें कि आपके फोन में Google Play Protect ऑन होना चाहिए.
किसी भी सोर्स से नया ऐप इंस्टॉल करते समय, परमिशन के लिए असामान्य अनुरोधों पर ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान करने के लिए पहले कुछ दिनों के लिए ऐप की बैटरी और नेटवर्क खपत के आंकड़ों की निगरानी करें.
ऐप सेंसस ने 11 ऐसे ऐप्स के बारे में बताया है जिन्हें 46 मिलियन से ज़्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. इनमें भी इसी तरह के मैलवेयर पाए गए हैं.
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