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ठंड बढ़ने के बाद प्रदूषण एक बार फिर दिल्ली-NCR का दम घोंटने की तैयारी में

Admin Delhi 1
28 Nov 2022 6:45 AM GMT
ठंड बढ़ने के बाद प्रदूषण एक बार फिर दिल्ली-NCR का दम घोंटने की तैयारी में
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दिल्ली न्यूज़: पराली जलाने का सीजन बीत गया है, लेकिन ठंड बढ़ने के बाद प्रदूषण एक बार फिर राजधानी का दम घोंटने की तैयारी कर रहा है। पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिन प्रदूषण के लिहाज से काफी परेशानी भरे रह सकते हैं। तापमान के गिरने के साथ हवाएं भी कमजोर हो गई हैं। पूरे नवंबर जिन हवाओं ने पराली के धुंए को राजधानी से दूर रखा वे हवाएं अब कमजोर हो रही हैं। वहीं इस समय राजधानी में प्रदूषण झज्जर से आ रहा है। वहीं दिल्ली की अपनी वजहों में ट्रांसपोर्ट और उद्योगों की प्रदूषण में हिस्सेदारी सबसे अधिक दिख रही है।

आज क्या है प्रदूषण का हाल: सोमवार सुबह सीपीसीबी के डेटा के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में 6 बजे AQI 377 दर्ज किया गया। वहीं एनसीआर की बात करें तो नोएडा सेक्टर-62 में 354, लोनी गाजियाबाद में 287 और ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 332 रहा। गुरुग्राम और फरीदाबाद में आज AQI 336 और 342 नोट किया गया है। 300-400 के बीच एयर क्वालिटी रहने पर इसे बहुत खराब श्रेणी में गिना जाता है।

क्या है अब प्रदूषण की बड़ी वजह: नवंबर सबसे प्रदूषित महीना होता है, लेकिन यह इस बार प्रदूषण के लिहाज से अच्छा रहा। पराली के पीक सीजन के दौरान भी प्रदूषण काफी दिनों तक खराब स्तर पर ही रहा। यह इस सीजन के हिसाब से अच्छा माना जाता है। लेकिन अब स्थितियां एक बार फिर बदल रही हैं। डीएसएस (डिसीजन सपोर्ट सिस्टम) के अनुसार इस समय राजधानी में करीब 23 से 25 प्रतिशत प्रदूषण झज्जर से आ रहा है। हालांकि झज्जर में यह किसका प्रदूषण है इसके बारे में डीएसएस सिस्टम जानकारी नहीं देता। वहीं एक्सपर्ट के अनुसार हवाएं उसी दिशा से आ रही हैं। झज्जर में कोयला आधारित पावर प्लांट हैं। ऐसे में वही एक वजह प्रदूषण की लग रही है। दिल्ली की अपनी बात करें तो प्रदूषण में सबसे बड़ी हिस्सेदारी गाड़ियों की है। गाड़ियों का प्रदूषण करीब 20 से 22 प्रतिशत तक रहा। दिल्ली और आसपास के उद्योगों की प्रदूषण में हिस्सेदारी 8 से 10 प्रतिशत तक रही है। यही तीन वजह इस समय प्रदूषण का मुख्य कारण बताई जा रही हैं। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार राजधानी में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब बना रहा। औसत एक्यूआई 328 रहा। राजधानी के कुछ इलाकों में प्रदूषण 350 से भी अधिक रहा। इनमें शादीपुर का एक्यूआई 352, नेहरू नगर का 373, सेक्टर-8 द्वारका का 352, पटपड़गंज का 350, जहांगीरपुरी का 367, रोहिणी का 353 और आनंद विहार का 364 रहा।

आगे कैसा रहेगा प्रदूषण: आईआईटीएम पुणे के पूर्वानुमान के अनुसार 28 नवंबर को प्रदूषण में और इजाफा होगा। इसका स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा। इस समय मौसम प्रदूषकों को हटाने में साथ नहीं दे रहा है। ऐसे में 29 और 30 नवंबर को एक्यूआई काफी बढ़ सकता है लेकिन यह 400 से नीचे बना रहेगा। इसके बाद अगले छह दिनों तक भी यह बेहद खराब बना रहेगा। सफर के अनुसार पराली का प्रदूषण महज दो प्रतिशत रहा। अगले तीन दिनों तक हवाएं उत्तर पश्चिमी रहेंगी। इन हवाओं में प्रदूषण अधिक होता है। ऐसे में तीन दिनों तक प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा।

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