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जेल से छूटने के बाद जुलूस निकालना भारी पड़ गया शख्स को, 17 पर FIR
Rani Sahu
13 July 2022 3:43 PM GMT
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नई दिल्ली: आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति का जेल से छूटने के बाद जुलूस निकालना भारी पड़ गया। जेल से छूटने के बाद अपराधी ने दर्जनों कार और कई बाइकों के साथ गांव में जुलूस निकाला था। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की फजीहत हुई तो पुलिस एक्शन में आई। पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बतादें कि कैलादेवी थाना क्षेत्र में मूसापुर गांव में पथराव-फायरिंग के मामले में जेल में बंद था। इस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। इसका अपराधिक इतिहास भी लंबा बताया जा रहा है। आरोपी जमानत पर छूटने के बाद गांव पहुंचा तो गांव में दबदबा कायम करने के लिए कारों और बाइकों से लंबा जुलूस निकाला। इतना ही नहीं उसके समर्थकों ने जगह-जगह उसका स्वागत भी किया।
मामला संभल जिले के मूसापुर गांव का है। 18 मार्च को दो पक्षों में विवाद होने पर पथराव व फायरिंग की गई थी। जिसमें दोनों पक्षों से कई लोग घायल भी हुए थे। पुलिस ने इस बवाल में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल में बंद माजिद जमानत पर छूटकर गांव पहुंचा तो उसने गांव में विरोधी पक्ष पर दबदबा बनाने के लिए गांव में ऐसा जुलूस निकाला कि लोग सहम गये। खुद माजिद हूटर लगी बोलेरो में बैठा और आगे पीछे दो दर्जन और कारें चलीं।
इसके अलावा दर्जनों बाइकों पर उसके समर्थक नौजवान नारे लगाते चल रहे थे। हनक पैदा करने के लिए लगातार हूटर भी बजाया जा रहा था। माजिद का जुलूस देखकर गांव के लोग डर गए लेकिन उन्होंने चुपचाप माजिद के जुलूस की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। गांव के लोगों ने थाना पुलिस को भी माजिद का कारनामा बताया मगर पुलिस ने चुप्पी साध ली।
माजिद के जुलूस का वीडियो वायरल होने के बाद विरोधी पक्ष के लोगों द्वारा की गई शिकायत को कैला देवी थाना पुलिस ने तवज्जो नहीं दी। बाद में वीडियो वायरल होने से फजीहत हुई तो कार्रवाई की गई। पुलिस अधिकारियों तक अपराधी के जुलूस का वीडियो पहुंचा तो थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिये गये। इसके बाद कैला देवी थाना पुलिस ने वायरल वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान कराकर मुकदमा दर्ज किया। थाना प्रभारी रविंद्र कुमार राठी ने बताया कि जमानत मंजूर होने के बाद माजिद अपने गांव वाहनों के काफिले संग पहुंचा। जिसमें कई वाहनों पर हूटर लगे हुए थे। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रही है। जनपद में धारा 144 लागू होने के बाद भी जेल से रिहा होकर जुलूस निकालकर दहशत का माहौल बनाने पर माजिद, इमरान, मोहसिन, निगार आलम, नूर मोहम्मद, अनस, जियाउल, राजा हसन, सुलेमान, आरिफ, तालिब, नावेद, दिलशाद, नजर, मुशर्रफ, मुशाहिद और अल्लाह बख्श के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
माजिद नाम के जिस आरोपी ने जेल से छूटने के बाद गांव में जुलूस निकाला वह केवल गांव में पथराव व हमले की घटना में ही शामिल नहीं है बल्कि उसका लंबा अपराधिक इतिहास है। माजिद के खिलाफ संभल के साथ ही मुरादाबाद व बदायूं आदि जनपदों में अपहरण,कातिलाना हमला जैसे गंभीर अपराधों के लगभग ऐ दर्जन मुकदमें दर्ज हुए हैं। यह सब होने के बाद भी थाना पुलिस उस पर अब तक मेहरबान रही तो इसकी वजह समझी जा सकती है।
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