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नई दिल्ली में 118 साल बाद कोडरमा में एक बिल्कुल नया ROB बनकर तैयार

Usha dhiwar
31 July 2024 2:14 PM GMT
नई दिल्ली में 118 साल बाद कोडरमा में एक बिल्कुल नया ROB बनकर तैयार
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New Delhi नई दिल्ली: हावड़ा के ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन के कोडरमा में झुमरी तिलैया बाइपास के पास बना ब्रिटिशकालीन British era आरओबी अब बदल गया है। आरओबी को नई तकनीक से डिजाइन और स्थापित किया गया है। इस रेलवे खंड पर पहली बार 6 दिसंबर 1906 को धनबाद-कोडरमा-गझंडी तक ट्रेन चली थी। अब 118 साल बाद कोडरमा में एक बिल्कुल नया आरओबी बनकर तैयार है। इसके लिए कई दिनों की अलग-अलग तारीखों पर 2 से 3 घंटे का ब्लॉक लिया गया. अब पुल के नीचे से ट्रेन गुजरेगी और ऊपर से वाहनों का आवागमन सुचारु रूप से होगा.

यहां से गुजरने वाली ट्रेन रोमांचक होती है
पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर के सीपीआरओ सरस्वती चंद ने कहा कि कोडरमा-गया रेलवे खंड पर तीन गुफाएं आकर्षण का केंद्र हैं। इसी तरह कोडरमा-हजारीबाग टाउन बरकाकाना रेलखंड पर ट्रेन गुफाओं से होकर गुजरती है. कुछ मिनटों के लिए अंधेरा हो जाता है. वहीं, कोडरमा से बरही जाने के दौरान तिलैया डैम में ट्रेन पानी के ऊपर से गुजरती है. यह पूरा रेलखंड प्राकृतिक घाटियों से भरपूर है। इसी तरह कोडरमा-राजगीर रेलखंड भी पर्यटन से जुड़ जायेगा और यात्री खूबसूरत वादियों के बीच सफर का लुत्फ उठा सकेंगे.
हवाई अड्डे की तर्ज पर एक नया स्टेशन भवन बनाया गया है।
आगे कहा गया कि नई रेलवे लाइन, मालगाड़ियों के लिए एक्सक्लूसिव फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण के बाद After construction व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा. पश्चिम बंगाल के दनकुनी से लुधियाना तक डीएफसी लाइन तैयार होगी. इस रेलवे खंड पर आर्थिक विकास के साथ-साथ बुनियादी ढांचा भी दिखेगा। यहां कोडरमा के पास एयरपोर्ट की तर्ज पर तीन मंजिला रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है. स्टेशन पर काली मंदिर के पास से दो मंजिल तक गाड़ियां जाएंगी और यात्री वहां उतरकर पुल व लिफ्ट के माध्यम से सीधे प्लेटफार्म पर पहुंचेंगे। अमृत ​​भारत योजना के तहत कोडरमा स्टेशन को भी जोड़ा गया है और 32 करोड़ रुपये की लागत से कई विकास कार्य किये जायेंगे.
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