दिल्ली-एनसीआर

आप का नगर निगम पर बड़ा आरोप, एस्क्रो अकाउंट से गायब किए 6760 करोड़ रुपए, वहीं बीजेपी का हेर-फेर से इनकार

Renuka Sahu
8 Aug 2022 2:24 AM GMT
AAPs big allegation on Municipal Corporation, Rs 6760 crore disappeared from escrow account, while BJP denies manipulation
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फाइल फोटो 

आम आदमी पार्टी ने निगम पर एस्क्रो खाते से 6760 करोड़ रुपये गायब करने का आरोप लगाया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आम आदमी पार्टी (आप) ने निगम पर एस्क्रो खाते से 6760 करोड़ रुपये गायब करने का आरोप लगाया है। आप के निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि एस्क्रो खाते में कुल 6800 करोड़ का पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क जमा था। नगर निगम ने पार्किंग पर 2012 से अब तक सिर्फ 40 करोड़ खर्च किए। इसके अनुसार इस खाते में 6760 करोड़ रुपये होने चाहिए थे, लेकिन उसमें सिर्फ 1.5 करोड़ रुपये उपलब्ध हैं। आप ने इसकी जांच और शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि आज दिल्ली की जनता को निगम के एक बड़े भ्रष्टाचार से अवगत कराने जा रहे हैं। निगम जो भी टैक्स लेता है वह एस्क्रो खाते में जाता है। एक प्रक्रिया के तहत यह तय किया जाता है। दिल्ली की जनता पार्किंग और कन्वर्जन शुल्क देती है, वह पैसा एस्क्रो खाते में जमा किया जाता है। दस्तावेजों में साफ है कि यह पैसा सिर्फ और सिर्फ पार्किंग या कन्वर्जन के लिए ही इस्तेमाल किया जाएगा। आरटीआई से जानकारी मिली है कि खाते में सिर्फ 1.5 करोड़ रुपये बचे हैं। इससे एक बड़ा सवाल उठता है कि बाकी पैसा कहां गया।
निगम पर झूठे आरोप लगा रहे: भाजपा
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दुर्गेश पाठक निगम पर झूठे आरोप लगाते हैं। कपूर ने कहा कि सच यह है कि गत आठ वर्ष में दिल्ली सरकार ने तीनों निगमों को आर्थिक रूप से पंगु बना दिया था। निगम फंड आवंटन पर चौथे एवं पांचवें दिल्ली वित्त आयोग की सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद भी सरकार ने लागू नहीं किया।
2021-22 में 2007 में तय फंड राशि दी जाती थी, जबकि इन 15 वर्षों में निगमों के वेतन खर्च एवं विकास खर्च में तीन से चार गुणा वृद्धि हो गई थी। इन्हीं आर्थिक परेशानियों के बीच तीनों निगमों को कर्मियों के वेतन एवं छोटे बड़े विकास कार्यों को चलाते रहने के लिए इस फंड से भी ऋण लेना पड़ा। तीनों निगमों में ना पहले कोई आर्थिक हेर फेर हुआ था ना आज संयुक्त नगर निगम में कोई गड़बड़ है।
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