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राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए बनाया जाएगा नया एक्सप्रेसवे: यमुना प्राधिकरण

Renuka Sahu
8 March 2022 5:05 AM GMT
राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए बनाया जाएगा नया एक्सप्रेसवे: यमुना प्राधिकरण
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फाइल फोटो 

यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित होने वाली राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित होने वाली राया हेरिटेज सिटी को मथुरा-वृंदावन से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। छह लेन का यह एक्सप्रेसवे 100 मीटर चौड़ा होगा। इस परियोजना की डीपीआर बनाने वाली कंपनी से फिजिबिलिटी रिपोर्ट मांगी गई है।

यमुना प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के किनारे राया में 9350 हेक्टेयर में हेरिटेज सिटी विकसित करेगा। इसमें 731 हेक्टेयर में पर्यटन जोन और 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। इसे विकसित करने में करीब 7000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्राधिकरण का उद्देश्य है कि अगर पर्यटक यमुना एक्सप्रेसवे से होकर गुजरे तो वह राया में रुके और मथुरा वृंदावन जैसी स्थिति का एहसास कर सकें। उसी के अनुरूप यहां पर राया हेरिटेज सिटी विकसित की जानी है। इसके लिए सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना रही है। सोमवार को कंपनी के प्रतिनिधियों ने यमुना प्राधिकरण के अफसरों के सामने इसका प्रस्तुतिकरण दिया।
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने कंपनी से कहा है कि द्वारकाधीश और बांके बिहारी मंदिर तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करें।
आधिकारियों ने बताया कि राया से मथुरा-वृंदावन तक 100 मीटर चौड़ा छह लेन का एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह दूरी 16 किलोमीटर से अधिक है। इससे राया से दोनों शहरों की पहुंच आसान हो जाएगी। इससे वाहन चालकों को आसानी होगी।
डीपीआर में ये भी शामिल : अधिकारियों ने कहा कि डीपीआर में नेचुरोपैथी सेंटर, आयुर्वेद के सेंटर, योग केंद्र, वेलनेस सेंटर, म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर, थीम पर आधारित हेरिटेज सेंटर, चौकी धानी की तर्ज पर विकास, हॉट, अध्यात्मिक केंद्र, थीम पार्क, होटल आदि को भी शामिल किया जाए। स्थानीय कला को भी डीपीआर में स्थान दिया जाए। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि इन सभी चीजों को डीपीआर में सम्मिलित करते हुए जल्द डीपीआर प्रस्तुत की जाए।
ग्रामीण अंचल का होगा अहसास
अगर कोई राया हेरिटेज सिटी घूमने के लिए आता है तो उसे ग्रामीण अंचल की झलक देखने को मिलेगी। किसी को मेडिटेशन करना है तो उसकी भी जगह यहां पर मिलेगी, इसीलिए आध्यात्मिक केंद्रों का प्रावधान किया जा रहा है। यहां पर रहने के लिए होटल भी बनाए जाएंगे, ताकि पर्यटकों को ठहरने के लिए असुविधा ना हो। यहां थीम आधारित हेरिटेज सेंटर बनेंगे ताकि ऐतिहासिक चीजें भी देखने को मिल सकें।
सांस्कृतिक झलक दिखेगी
सीबीआरई कंपनी के प्रतिनिधियों ने सोमवार को दिए प्रेजेंटेशन में प्रोडक्ट मिक्स डेवलपमेंट मॉडल का प्रस्तुतिकरण दिया। कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि यहां पर थियोलॉजिकल विलेज, कल्चरल एरेना विकसित किया जाएगा। यहां पर मथुरा वृंदावन से जुड़ी सभी ऐतिहासिक स्थलों की झलक दिखेगी, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को दोनों पुराने शहरों का अहसास हो सके।
यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि राया हेरिटेज सिटी की डीपीआर बनाने वाली कंपनी ने प्रजेंटेशन दिया है। कंपनी से राया से मथुरा-वृंदावन तक नए एक्सप्रेसवे के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने के लिए कहा गया है। साथ ही कई और बिंदुओं को भी शामिल किया गया है।
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