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मास्टरमाइंड समेत 8 गिरफ्तार, CBI ने NEET एग्जाम में धांधली करने वाला गैंग पकड़ा
सीबीआई ने सोमवार को देशभर में आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक (NEET UG) में बड़े पैमाने पर धांधली करने वाले एक गैंग का खुलासा किया है. CBI ने इस मामले में मास्टरमाइंड समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये गैंग फर्जी तरीके से परीक्षा में सॉल्वर बैठाता था. ये लोग मोटी रकम वसूलकर पेपर सॉल्व करते थे. सीबीआई ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली.
सीबीआई का कहना है कि इस पूरे गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इसे लेकर सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी की है. फिलहाल, सीबीआई इस मामले में सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में उम्मीदवारों के प्रवेश को लेकर राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को एग्जाम की जिम्मेदारी दी थी. इसमें एमबीबीएस, बीडीएस, डेंटल, आयुष समेत अन्य यूजी मेडिकल कोर्सेस में एडमिशन के लिए NEET 2022 परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया था.
बीते रोज सीबीआई को NEET UG - 2022 के बारे में एक सूचना मिली थी. इसमें बताया गया कि दिल्ली निवासी सुशील रंजन, बृजमोहन सिंह, पप्पू, उमा शंकर गुप्ता और अन्य लोग परीक्षा में पास होने को लेकर एक सॉल्वर गैंग के संपर्क में हैं. ये लोग दिल्ली और हरियाणा में असली उम्मीदवारों की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा में उपस्थित हो रहे थे. इसके बदले मोटी रकम वसूली जाएगी. आगे पता चला कि ये गैंग परीक्षार्थियों के यूजर आईडी और पासवर्ड भी जुटाए गए हैं. इतना ही नहीं, योजना के अनुसार परीक्षा केंद्र प्राप्त करने के लिए जरूरी संशोधन भी किए गए हैं.
अधिकारियों को यह भी पता चला कि इस गैंग के सदस्य एग्जाम के दौरान खुद के बचने का भी पुख्ता इंतजाम करते हैं. परीक्षा में तस्वीरों को मिलाने या बदलने की प्रक्रिया का भी उपयोग करते हैं. सीबीआई को निधि, सनी रंजन, कृष्ण शंकर योगी, रघुनंदन, झीपू लाल, हेमेंद्र और भरत सिंह के बारे में भी जानकारी मिली, जो परीक्षा के दौरान सॉल्वर थे. ये सॉल्वर और बिचौलिए अपने सहयोगियों के साथ 16 जुलाई को दिल्ली आए थे और यहां कुछ होटलों में ठहरे थे.
सीबीआई की प्राथमिकी में बताया गया कि एजेंसी ने एक टीम गठित की और जानकारी की पुष्टि करते हुए मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है