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3 गिरफ्तार, रेलवे स्टेशन पर 15 दिनों से ड्यूटी दे रहे थे 11 फर्जी टीसी

Admin4
31 Aug 2022 4:09 PM GMT
3 गिरफ्तार, रेलवे स्टेशन पर 15 दिनों से ड्यूटी दे रहे थे 11 फर्जी टीसी
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दिल्ली के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर 15 दिनों से 11 फर्जी टिकट चेकर ड्यूटी कर रहे थे। उन्हें यहां पर ट्रेन के आने-जाने का समय एवं उनका नाम-नंबर नोट करने की ड्यूटी दी गई थी। वह सफेद शर्ट और काली पैंट पहनकर बीते 15 दिनों से अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी कर रहे थे। उनके एक साथी ने ट्रेन में चढ़कर टिकट जांचना शुरु किया तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। आरपीएफ एवं रेलवे कर्मचारयों ने इन 11 फर्जी टिकट चेकर को रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया है। रेलवे डीसीपी हरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं अन्य युवकों की भूमिका को लेकर छानबीन चल रही है।

सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को रेलवे के अधिकारी रितेश वाधवा कानपुर शताब्दी में मौजूद थे। ट्रेन जब गाजियाबाद पहुंची तो उन्होंने एक शख्स को देखा जो टिकट जांच रहा था। उन्होंने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम भूपेन्द्र चौरसिया बताया। उसने बताया कि वह टिकट चेकर है। शक होने पर उन्होंने इसकी जानकारी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन इंचार्ज देवेन्द्र कुमार छाबड़ा को दी।

उन्होंने ट्रेन आने से पूर्व ही आरपीएफ अधिकारी को इसके बारे में बताया और उस कोच के बाहर संयुक्त टीम तैनात हो गई। प्लेटफॉर्म पर आते ही उस शख्स को आरपीएफ ने पकड़ लिया। उसकी पहचान गोरखपुर निवासी भूपेन्द्र चौरसिया के रुप में हुई। उसके मोबाइल से फर्जी आई-कार्ड भी बरामद हो गया।

आरपीएफ ने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह अकेला टिकट चेकर नियुक्त नहीं हुआ है। उसके साथ 10 अन्य टिकट चेकर भी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बाद आरपीएफ इंस्पेक्टर डीके दीक्षित की टीम ने सभी प्लेटफॉर्म पर अभियान चलाया और 10 अन्य युवकों को पकड़ लिया। इनमें से अधिकांश ने टीसी जैसे कपड़े पहने हुए थे। इनमें से कुछ युवकों के पास फर्जी आई कार्ड या फर्जी नियुक्ती पत्र थे। भूपेन्द्र सहित तीन आरोपियों को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

दो से तीन लाख में मिली थी फर्जी नियुक्ति

प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को पता चला कि पकड़े गये युवक यूपी, पंजाब और हरियाणा के रहने वाले हैं। उनसे टीसी की नौकरी दिलवाने के नाम पर दो से तीन लाख रुपये लिये गये हैं। उन्हें बताया गया था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनका प्रशिक्षण होगा। इसलिए वह पिछले कुछ दिनों से यहां आकर ड्यूटी कर रहे थे। पुलिस इस फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

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