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अक्तूबर-नवम्बर में आयोजित होगा 22वां भारत रंग महोत्सव, 100 से अधिक नाटकों को मंचन के लिए चुना गया

Admin Delhi 1
13 July 2022 2:13 PM GMT
अक्तूबर-नवम्बर में आयोजित होगा 22वां भारत रंग महोत्सव, 100 से अधिक नाटकों को मंचन के लिए चुना गया
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न्यूज़ दिल्ली: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का सबसे मशहूर थिएटर फेस्टिवल भारंगम अक्तूबर नवम्बर 2022 में आयोजित किया जाएगा। जिसमें इस वर्ष दिल्ली समेत देश के विभिन्न राज्यों में 100 से अधिक नाटकों को मंचन के लिए चुना गया है। एनएसडी में कंट्रोलर फेस्टिवल सुमन वैद्य ने बताया कि इस वर्ष हमें विभिन्न विधाओं में मंचन के लिए 701 नाटक प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। जिसमें 100 से अधिक नाटको को हमने भारंगम के लिए चुन लिया है। इस समारोह में नाटक प्रेमियों को प्रसिद्ध निर्देशकों द्वारा निर्देशित और मशहूर कलाकारों द्वारा अभिनीत नाटक देखने को मिलेंगे।

3000-3500 कलाकार लेगें भाग: इस वर्ष 3000 से 3500 कलाकारों के भाग लेने की संभावना है। क्योंकि एक नाटक 25 लोगों के समूह से आयोजित किया जाता है। इस वर्ष 22वां भारत रंग महोत्सव 4 कैटेगरी में आयोजित किया जाएगा। जिसकी पहली कैटेगरी स्वतंत्रता के अकीर्तित नाटक 16 जुलाई से आयोजित किए जा रहे आजादी के नाटक फेस्टिवल से शुरू हो रही है।

चार कैटेगरी में आयोजित किए जाएंगे 100 से अधिक नाटक: दूसरी कैटगरी शास्त्रीय एवं परंपरागत भारतीय नाटकों की है। वहीं तीसरी कैटेगरी में हम लोक एवं जनजातीय समूह द्वारा प्रस्तुत लोक व जनजातीय नाटक और अंतिम कैटेगरी में समसामयिक आधुनिक भारतीय नाटक थीम पर नाटकों का मंचन किया जाएगा। इस वर्ष हमेशा की तरह विदेशी नाटक देखने को नहीं मिलेंगे। इस वर्ष सभी भारतीय नाटक होंगे।

थिएटर पर सेमिनार और मास्टर क्लास भी लगेंगी: भारत रंग महोत्सव में इसके अलावा नुक्कड़ नाटक, एम्बियंस, एलायड इवेंट, सेमिनार, मास्टर क्लास आदि का भी आयोजन किया जाएगा। इन सेमिनारों और मास्टर क्लास आदि के विषय उसी समय तय किए जाएंगे।

भारंगम का पहला सेगमेंट आजादी में 30 नाटकों का मंचन 16 जुलाई से होगा शुरू: देश में ऐसे बहुत से गुमनाम सितारे हैं जिनका भारत की आजादी में महती योगदान रहा है। ऐसे ही गुमनाम नायकों को खोजकर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय(एनएसडी) आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत (आजादी श्रृंखला)16 जुलाई से 22वें भारत रंग महोत्सव की शुरूआत करने जा रहा है। 16 जुलाई से दिल्ली में शुरू हो रहे इस रंग महोत्सव में 20 जुलाई तक 4 हिंदी और एक मराठी नाटक का मंचन किया जाएगा। जिसमें अरन्यधिपतिटंटियांमामा, केरल का क्रांतिकारी, ट्रेन टू पाकिस्तान, रणभूमि की नायिका और मराठी नाटक द प्लान का मंचित किए जाएंगे। स्वतंत्रता संग्राम के ये सभी 30 नाटक देश के अलग-अलग शहरों में मंचित किए जाएंगे।

पहले सेगमेंट आजादी का 14 अगस्त को होगा समापन: जिसमें 21 से 25 जुलाई भुवनेश्वर, 26 से 30 जुलाई वाराणसी, 31 जुलाई से 4 अगस्त अमृतसर, 5 से 8 अगस्त बेंगलौर तथा 9 से 13 अगस्त तक मुंबई में कार्यक्रम का आयोजन होगा। 14 अगस्त को दिल्ली में समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें असगर वजाहत द्वारा लिखित 'जिन लाहौर देख्या ही नहीं वो जन्म्या ही नहीं' का मंचन किया जाएगा। इस नाटक में देश के विभाजन का दर्द बयां किया जाएगा। इसके बाद अक्तूबर में भारत रंग महोत्सव की विधिवत शुरूआत की जाएगी।

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