- Home
- /
- दिल्ली-एनसीआर
- /
- 22 हज़ार लोग को मिला...
22 हज़ार लोग को मिला रोज़गार, मोदी सरकार के आठ साल में सात लाख

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी के शासनकाल में देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. आवेदन करने वाले एक लाख युवाओं में से सिर्फ 75 को सरकारी नौकरी मिल रही है. यह बात आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कही. उन्होंने कहा कि संसद के आंकड़ों के मुताबिक मोदी सरकार में सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने वाले 1 लाख युवाओं में से 99,925 बिना नौकरी के घर बैठ रहे हैं.इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ साल के अब तक के शासन में 22 करोड़ से ज़्यादा युवाओं ने आवेदन किया. जिसमें से केवल 7.22 लाख को ही नौकरी मिली है.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद आठ साल में सरकारी नौकरी के लिए 22 करोड़ से ज़्यादा युवाओं ने आवेदन किया लेकिन केवल 7.22 लाख को ही नौकरी मिली है. उन्होंने कहा कि एनएसएसओ डाटा के मुताबिक देश में 45 साल में सबसे ज़्यादा बेरोजगारी है. तब मोदी सरकार ने यह डाटा नहीं माना था. अब उनका झूठ उजागर हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. लेकिन बेरोजगारी इतनी है कि लोगों को अपना गुजर-बसर करना काफी मुश्किल हो रहा है.
उन्होंने कहा कि संसद के अंदर सवाल लगाया गया कि कितनी नौकरियां निकली और कितने लोगों की नौकरियां केंद्र सरकार में लगी. उसके साथ एक आंकड़ा यह भी पूछा गया की कितने युवाओं ने नौकरी के लिए आवेदन किया. वह आंकड़े जो है बहुत चौंकाने वाले हैं. 2014-15 में करीब 2.32 करोड़, 2015-16 में 2.95 करोड़, 2016-17 में 2.28 लाख, 2017-18 में 3.94 करोड़, 2018-19 में 5.09 करोड़ लोगों ने केंद्र सरकार के अंदर नौकरियों के लिए आवेदन किया. 2014 से 2021-22 तक 8 साल के दौरान करीब 22.59 करोड़ आवेदन सरकारी केंद्रीय नौकरियों के लिए आए हैं.
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लोग सोचते होंगे कि साढ़े 22 करोड़ में से कुछ करोड़ युवाओं की नौकरियां तो मिल गई होगी. लेकिन इन 8 सालों में मात्र 7 लाख 22 हजार 311 लोगों की नौकरी लगी है.