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200 टन कबाड़ का होगा प्रयोग, MCD तैयार करेगी 'वेस्ट टू आर्ट
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नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम (MCD) राजधानी को अनूठी पहचान देने के लिए आए दिन नई योजना पर काम कर रही है. दिल्ली को खूबसूरत और आकर्षक बनाने की दिशा में उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (VK Saxena) भी पूरी तरह से जुटे हुए हैं. एलजी सक्सेना के आदेशों पर अब दिल्ली नगर निगम आई.टी.ओ. स्थित शहीदी पार्क में 'वेस्ट टू आर्ट' थीम पर आधारित 'आजादी का अमृत महोत्सव पार्क' तैयार करेगी. एलजी ने इस पार्क की आज आधारशिला रखी जिसकी गणतंत्र दिवस (Republic Day) 26 जनवरी, 2023 को उद्घाटन करने की डेडलाइन तय की है.
बताते चलें कि दिल्ली नगर निगम इससे पहले कबाड़ से 'वेस्ट टू वंडर' पार्क का निर्माण कर चुकी है. अब एमसीडी 'वेस्ट टू आर्ट' थीम 'आजादी का अमृत महोत्सव पार्क' तैयार किया जाएगा.
आजादी का अमृत महोत्सव पार्क दिल्ली नगर निगम द्वारा 4.5 एकड़ में बने शहीदी पार्क में 16.50 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा. यह पार्क बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित फिरोज शाह कोटला के बराबर में स्थित है. यह पार्क दिल्ली के एक प्रमुख मनोरंजन स्थल के रूप में उभरेगा जहां नक्काशी, लघु मूर्तियों और मूर्तियों माध्यम से नागरिक हमारे स्वर्णिम इतिहास एवं नायकों से परिचित होंगे.
पार्क में भारत की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय से संबंधित प्रतिकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा. यह पार्क हमारे स्वाधीनता संग्राम से लेकर उन महापुरूषों ने जिन्होंने हमारे देश को विश्व पटल पर अलग पहचान दिलाई उन सब के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगा. यह पार्क 'वेस्ट टू आर्ट' थीम का एक उत्कृष्ट उदाहरण साबित होगा जिसमे दिल्ली नगर निगम द्वारा एकत्रित 200 टन कबाड़ जैसे कि पुराने ट्रक, कारें, बिजली के खंबे, पाइप, एंगल आयरन एवं जब्त किए रिक्शा इत्यादि का प्रयोग किया जायेगा.
पार्क में प्रतिकृतियों के 10 सेट लगाए जायेंगे. पार्क में स्थापित प्रतिकृतियों में खासकर भारत के स्वर्णिम काल, विदेशी आक्रांताओं के विरुद्ध युद्ध, महान मराठा साम्राज्य, अदम्य सिख साम्राज्य,1857 का स्वाधीनता संग्राम, जन आंदोलन, सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागरूकता, स्वाधीनता संघर्ष, स्वदेशी आंदोलन एवं सत्याग्रह, भारत की स्वाधीनता, संविधान एवं रियासतों का विलय आदि प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा. प्रतिकृतियों के 10 सेटों के अलावा पार्क में 3 दीर्घा भी स्थापित की जायेंगी. यह दीर्घाएं भारत की गौरवशाली संस्कृति एवं इतिहास, साहस एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों पर आधारित होंगी.
दिल्ली मेट्रो एवं डीटीसी बस सेवा जैसे जन यातायात के साधनों से अच्छी तरह जुड़ा होने के कारण यह पार्क राजधानी के पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण बनेगा. पार्क में नागरिकों के मनोरंजन के लिए स्मृति चिन्ह एवं खाने पीने के सामान की दुकानों की भी व्यव्स्था होगी. पार्क में वाहनों की पार्किंग के लिए भी पर्याप्त जगह उपलब्ध है. पार्क में 140 किलो वॉट सोलर बिजली पैनल भी लगाए जायेंगे. पार्क की सुंदरता को निखारने के लिए इसमें विभिन्न प्रकार के पेड़ एवं झाड़ियां भी लगाई जाएंगी.
एलजी सक्सेना को पार्क के नक्शे के बारे में भी अवगत कराया गया. उन्होंने पार्क के केंद्रीय फव्वारे तक पानी की सुरंग बनाने, प्रवेश द्वार पर अनुवाद केंद्र एवं आगंतुकों के लिए पार्किंग की समुचित व्यवस्था करने संबंधी निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि यह पार्क दिसंबर 2022 तक तैयार हो जाना चाहिए ताकि 26 जनवरी, 2023 को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में इसे जनता को समर्पित किया जा सके.
इस अवसर पर मुख्य सचिव नरेश कुमार, एमसीडी के विशेष अधिकारी अश्वनी कुमार, कमिश्नर एमसीडी ज्ञानेश भारती आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.