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दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 11 एंटी स्मॉग गन तैयार
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली नगर निगम ने वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए अपनी कमर कस ली है। निगम ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए अपना एक्शन प्लान तैयार किया है। एक्शन प्लान के तहत एमसीडी ने 11 एंटी स्मॉग गन तैनात की हैं। दो स्मॉग गन भलस्वा लैंडफिल साइट, 3 स्मॉग गन रानीखेड़ा, बुराड़ी एवं जहांगीरपुरी सी एवं डी प्लांट पर,1 स्मॉग गन ओखला लैंडफिल साइट पर, 1 स्मॉग गन बक्करवाला सी एवं डी निस्तारण संयंत्र पर,1 स्मॉग गन गाजीपुर लैंडफिल साइट,1 स्मॉग गन शास्त्री नगर स्थित सी एवं डी संयंत्र पर एवं 2 स्मॉग गन सिविक सेंटर स्थित निगम मुख्यालय में स्थापित की गई हैं।
निगम ने निर्माण एवं विध्वंस कचरे डालने के लिए स्थानीय स्तर पर जगहें निर्दिष्ट की हैं जहां पर थोड़ी मात्रा में निर्माण एवं विध्वंस कचरा डाला जा सकता है। इन स्थानों पर डाला गया निर्माण एवं विध्वंस कचरा निस्तारण स्थलों पर ले जाया जाएगा। अधिक मात्रा में निर्माण एवं विध्वंस कचरा उत्पादन करने वाले मलबे को सीधा बक्करवाला, रानीखेड़ा एवं शास्त्री पार्क स्थित निर्माण एवं विध्वंस कचरा निस्तारण संयंत्र में डालेंगे। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण सेल ने सी एवं डी वेब पोर्टल आरंभ किया है जहां पर 500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में बन रही इमारतों का पंजीकरण निगम द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है। निगम द्वारा 500 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में हो रहे निर्माण योजना की अनुमति के समय ही भवन निर्माताओं को डीपीसीसी पोर्टल पर पंजीकरण के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। सड़कों की सफाई करने एवं पानी का छिड़काव करने के लिए 52 एमआरएसएम लगाई गई हैं जोकि प्रतिदिन औसतन 1560 किलोमीटर सड़कों की सफाई कर रही हैं। इनकी निगरानी जीपीएस द्वारा की जा रही है। निगम के पास 252 वाटर स्प्रिंकलर हैं, जिसमें से 80 प्रतिशत को धूल नियंत्रण के लिए लगाया गया हैं जोकि प्रतिदिन औसतन 1600 किलोमीटर में पानी का छिड़काव कर रहे हैं। हॉटस्पॉट पर कार्यरत स्प्रिंकलर दिन में दो बार पानी का छिड़काव कर रहे हैं।
हॉट-स्पॉट के के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त: निगम ने अपने 13 प्रदूषण हॉटस्पॉट क्षेत्र नरेला, बवाना, जहांगीरपुरी, मुंडका,वजीरपुर, रोहिणी, आरकेपुरम, विवेक विहार,आनंद विहार,पंजाबी बाग, मायापुरी, द्वारका और ओखला पर निगरानी के लिए क्षेत्रीय उपायुक्तों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है जोकि प्रदूषण की रोकथाम के लिए डीडीए, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जल बोर्ड व अन्य एजेंसियों के साथ काम कर रही है। निगम के 57500 स्वच्छता सैनिकों द्वारा प्रतिदिन रिहायशी इलाकों में एक बार एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व बाजारों में दो बार झाड़ू लगाई जा रही है।