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दिल्ली में 13 लाख लोगों के खिलाफ एक्शन की तैयारी, कटेगा 10 हजार रुपये का चालान, कहीं इस लिस्ट में आप भी तो नहीं
Renuka Sahu
5 Aug 2022 1:30 AM GMT
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फाइल फोटो
राजधानी में अभी तक वाहनों की प्रदूषण जांच नहीं कराने वाले ई-चालान के लिए तैयार रहें।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी में अभी तक वाहनों की प्रदूषण जांच नहीं कराने वाले ई-चालान के लिए तैयार रहें। दिल्ली परिवहन विभाग अगले सप्ताह से नोटिस के बाद लोगों को घर बैठे ही ई-चालान भेजेगी। उसे भरने के लिए ई-कोर्ट का गठन भी किया जा रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो इसी सप्ताह ई-कोर्ट के गठन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, उसके बाद ई-चालान जारी किया जाएगा।
दिल्ली में अभी 13 लाख से अधिक वाहन हैं जिन्होंने अपने वाहन की प्रदूषण जांच नहीं कराई है। ऐसे वाहनों को चिन्हित करते हुए परिवहन विभाग रोजाना कुछ लोगों को नोटिस जारी कर रहा है। रोज करीब 200 से 250 नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अभी तक 2350 से अधिक वाहन मालिकों को नोटिस जारी किया जा चुका है।
सात दिनों के भीतर करानी होगी जांच
नोटिस जारी होने या मिलने के सात दिनों के भीतर वाहन की प्रदूषण जांच नहीं कराई तो आपको ई-चालान भेज दिया जाएगा। 10 हजार रुपये का यह ई-चालान परिवहन विभाग की ओर से बनाए जा रहे ई-कोर्ट के जरिये भरा जाएगा।
सूत्रों की मानें तो नोटिस की प्रक्रिया 10 दिन पहले ही शुरू की जा चुकी है। हालांकि, अभी वाहनों का चालान नहीं किया जा रहा है। कारण अभी तक ई-कोर्ट बनाने पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। इस सप्ताह बैठक होगी, जिसमें ई-कोर्ट के गठन को लेकर चर्चा के साथ मंजूरी मिल सकती है। उसके बाद ही ई-चालान जारी किए जाएंगे। एक दिन में 150 से 200 चालान जारी किए जाएंगे।
वाहन दिल्ली में, मालिक विदेश
दिल्ली परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेल आ रहे हैं कि वाहन दिल्ली में है लेकिन वाहन मालिक विदेश में है, फिर जांच कैसे कराए। कुछ बुजुर्ग हैं जो अकेले रहते हैं और वाहन लेकर नहीं जा सकते हैं। इसे लेकर मोटर वाहन अधिनियम में कोई प्रावधान नहीं है। वाहन है तो समय पर जांच करानी होगी।
15 दिन में दो लाख वाहनों ने कराई जांच
परिवहन विभाग ने करीब 15 दिन पहले प्रदूषण जांच नहीं कराने वाले वाहनों की जांच की घोषणा की थी। उस समय दिल्ली के अंदर 15 लाख के करीब वाहन थे। उसके बाद से प्रदूषण जांच कराने वालों की संख्या बढ़ी है। वर्तमान में 13 लाख वाहन ही प्रदूषण जांच नहीं कराने वाली सूची में शामिल हैं। दो लाख वाहनों की प्रदूषण जांच करा ली गई है।
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