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जिला पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का किया पर्दाफाश
दिल्ली क्राइम न्यूज़: दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो वाहन चोर, एक सप्लायर और कारों के इंजन व चेसिस नंबर बदलने वाले दो वर्कशाप के मालिकों को गिरफ्तार किया गया है। बदमाशों ने पांच माह में पचास से अधिक लग्जरी कारें चुराईं हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से दस कारें, लैपटॉप, कारों के लॉक डेटा को डीकोड व कोड करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला स्कैनर डिवाइस, फर्जी नंबर प्लेट और औजार बरामद किए हैं। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दस मामले सुलझाने का दावा किया है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान गांव कथा, बागपत निवासी दिनेश, देवीदास मोहल्ला, खतौली मुजफ्फरनगर निवासी समद, जाकिर हुसैन कॉलोनी मेरठ निवासी याहिया, संगम विहार दिल्ली निवासी नफीस व मुस्लिम खान के रूप में हुई है।
वर्कशॉप मालिक दो भाई करते थे चोरी की कारों में बदलाव: पूछताछ में याहिया ने बताया कि उसके गिरोह के दो सदस्य नेबसराय के फ्रीडम फाइटर कॉलोनी में वर्कशॉप चलाते हैं। यहां एक ही मॉडल की चोरी हुई कारों में टोटल लॉस कार के इंजन लगा दिए जाते हैं और फिर चोरी की कारों में उन कारों का चेसिस नंबर व टोटल लॉस कार का नंबर लगा दिया जाता था। इसके बाद पुलिस ने वर्कशॉप में छापा मारकर दो भाइयों नफीस और मुस्लिम खान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यहां से छह कारें बरामद कर ली। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि पांच माह में गिरोह ने 50 कारें चुराकर उपकरणों में छेड़छाड़ कर बेच दीं।
सागरपुर से समद व दिनेश पकड़े, मेरठ से याहिया: वाहन चोरी निरोधक शाखा ने मामलों की जांच शुरू की। पुलिस को 23 नवंबर को सागरपुर इलाके से दो चोरों के आने की जानकारी मिली। निरीक्षक गौतम मलिक के नेतृत्व में पुलिस ने घेराबंदी कर दी। बलेनो कार से पहुंचे समद और दिनेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने के बाद पुलिस ने गिरोह के सरगना याहिया को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया।
हॉलीवुड फिल्म गोन इन 60 सेकंड से प्रभावित है सरगना: गिरोह सरगना याहिया साल 1975 की हॉलीवुड फिल्म गोन इन 60 सेकंड से काफी प्रभावित था। फिल्म में लग्जरी कारों की चोरी के बारे में दिखाया गया है।
पैसे कमाकर प्रेमिका के साथ मौज-मस्ती से जीना चाहता था"
याहिया चोरी के वाहनों से काफी रुपये कमाकर प्रेमिका के साथ मौज-मस्ती की जिंदगी जीना चाहता था। पुलिस ने बताया, वह आपराधिक दिमाग का है, उसे स्कैनर व मोबाइल का गहरा तकनीकी ज्ञान है।
वहीं, दिनेश पर पहले से वाहन चोरी के तीन व समद पर दो मामले दर्ज हैं
नफीस याहिया का परिचित है और उसके साथ मिलकर वाहनों को ठिकाने लगाने में मदद करता था
जबकि मुस्लिम खान भाई की वजह से गिरोह से जुड़ा था