COVID-19

अमेरिकी रिपोर्ट में दावा, इंसानों को संक्रमित करने वायरस में बदलाव कर रहा था चीन

jantaserishta.com
3 Aug 2021 3:00 AM GMT
अमेरिकी रिपोर्ट में दावा, इंसानों को संक्रमित करने वायरस में बदलाव कर रहा था चीन
x

कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन एक बार फिर निशाने पर है. दरअसल, अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी ने सोमवार को एक रिपोर्ट पेश की है, इसमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से ही फैला. हालांकि, अभी अमेरिका की खुफिया एजेंसियां इस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई हैं. इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी कोरोना वायरस को लेकर चीन पर निशाना साधते रहे हैं.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी ने अपनी रिपोर्ट में पर्याप्त सबूत का हवाले देते हुए कहा कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिक इंसानों को संक्रमित करने के लिए वायरस में बदलाव कर रहे थे.
अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी के सांसद और सदन की विदेश मामलों की कमेटी के प्रमुख माइक मैकॉल ने इस रिपोर्ट को पेश किया. उन्होंने अपील की कि उस कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए बहुदलीय जांच होनी चाहिए, जिससे संक्रमित होकर दुनियाभर में 44 लाख लोगों की मौत हो गई.
यह पहला मौका नहीं है, जब चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा हो. हालांकि, चीन कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने के दावे का खंडन करता रहा है. लेकिन यह बात साफ है कि दुनिया में कोरोना का सबसे पहला केस चीन के वुहान में 2019 में मिला था. कई विशेषज्ञ भी कोरोना के वुहान से फैलने की थ्योरी पर विश्वास करते हैं, हालांकि, यह अब तक साबित नहीं हुई.
वहीं, कुछ विशेषज्ञ कोरोना वायरस के वुहान सी फूड मार्केट में जानवरों से इंसानों में फैलने की थ्योरी पर विश्वास करते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, ''हमारा मानना है कि वुहान के सी फूड मार्केट से कोरोना के फैलने की थ्योरी को पूरी तरह से खारिज करने का समय आ गया है. हम यह भी मानते हैं कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि वायरल वुहान की लैब से 12 सितंबर 2019 से पहले लीक हुआ.
इससे पहले अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि वे इस बात से सहमत हैं कि वायरस मानव निर्मित नहीं है और ना ही इसे आनुवंशिक रूप से परिवर्तित किया गया है. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कुछ समय पहले अमेरिकी खुफिया एजेंसी को कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच में तेजी लाने और 90 दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा था. वहीं, अमेरिका खुफिया एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि अभी एजेंसिया किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचीं हैं.
Next Story