COVID-19

Covaxin और Covishield वैक्सीन का "कॉम्बो" एंटीबॉडी प्रतिक्रिया को करता है 4X तेज

Vikrant Gupta
4 Jan 2022 10:39 AM GMT
Covaxin और Covishield वैक्सीन का कॉम्बो एंटीबॉडी प्रतिक्रिया को करता है  4X तेज
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कोविड-19 टीके कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीकों के मिश्रण को पहली और दूसरी खुराक के रूप में लेना चार गुणा ज्यादा प्रभावी है। एशियन हेल्थकेयर फाउंडेशन के अनुसंधानकर्ताओं की एक टीम के साथ शहर स्थित एआईजी हॉस्पिटल्स द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह कहा गया है। एआईजी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में सोमवार को बताया गया कि एंटीबॉडी प्रतिक्रिया की जांच के साथ-साथ कोविशील्ड और कोवैक्सीन के मिश्रण की सुरक्षा प्रोफ़ाइल निर्धारित करने के लिए अध्ययन किया गया था।

एआईजी हॉस्पिटल्स के प्रमुख डी नागेश्वर रेड्डी ने कहा कि अध्ययन की सबसे महत्वपूर्ण खोज यह थी कि मिश्रित टीका समूहों में पाए जाने वाले स्पाइक-प्रोटीन को निष्क्रिय करने वाले एंटीबॉडी समान टीका समूहों की तुलना में काफी अधिक थे।

अध्ययन में शामिल अनुसंधानकर्ताओं में से एक, डॉ रेड्डी ने कहा, "स्पाइक-प्रोटीन को निष्प्रभावी करने वाली एंटीबॉडी वे हैं जो वायरस को मारती हैं और समग्र संक्रामकता को कम करती हैं। हमने पाया कि जब पहली और दूसरी खुराक अलग-अलग टीकों की होती है, तो स्पाइक-प्रोटीन एंटीबॉडी प्रतिक्रिया एक ही टीके की दो-खुराक की तुलना में चार गुना अधिक होती है।"

उन्होंने कहा कि निष्कर्ष विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, जब तीसरी अतिरिक्त खुराक देने पर विचार किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मजबूत एंटीबॉडी प्रतिक्रिया प्राप्त करना और वायरस को मारने में मदद करना है।

रेड्डी ने कहा कि मिश्रित खुराक निश्चित रूप से इन स्पाइक-प्रोटीन को बेअसर करने वाले एंटीबॉडी को बढ़ावा दे सकती है और ओमीक्रोन स्वरूप के खिलाफ भी टीकों की प्रभावशीलता को बढ़ाएगी। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि कोविड-19 टीके (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) का मिश्रण उच्च एंटीबॉडी प्रतिक्रिया प्रदान करता है और साथ ही सुरक्षित भी है।

मामलों की बढ़ोतरी तीसरी लहर की ओर इशारा है- विशेषज्ञ: टीकाकरण संबंधी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा है कि भारत के बड़े शहरों में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले 50 प्रतिशत से भी अधिक हैं और पिछले एक सप्ताह में मामलों में तेज बढ़ोतरी वैश्विक महामारी की तीसरी लहर की ओर इशारा करती है, जैसा कि कई अन्य देशों में देखा जा रहा है।

अरोड़ा ने 'पीटीआई भाषा' से कहा कि देश के अधिकतर राज्यों में ओमीक्रोन के मामले पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों और आस-पास के इलाकों में दैनिक मामलों में वायरस के नए स्वरूप के मामले 50 प्रतिशत से भी अधिक हैं। उन्होंने कहा, ''पिछले एक सप्ताह में कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी तीसरी लहर का संकेत देती है, जो कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी देखी जा रही है।'' बहरहाल, उन्होंने जोर दिया कि लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।

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