COVID-19

भारत को लेकर ब्रिटिश मेडिकल जर्नल 'द लांसेट' ने दी चौंकाने वाली खबर, कहा- आने वाले तीन महीने में कोरोना से बड़ी तबाही की आशंका

jantaserishta.com
9 May 2021 10:08 AM GMT
भारत को लेकर ब्रिटिश मेडिकल जर्नल द लांसेट ने दी चौंकाने वाली खबर, कहा- आने वाले तीन महीने में कोरोना से बड़ी तबाही की आशंका
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कोरोना के कहर से इस समय पूरा भारत कराह रहा है. मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इसी बीच ब्रिटेन से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई जिसमें यह बताया गया है कि एक अगस्त तक भारत में कोरोना से कुल 10 लाख मौतें हो सकती हैं. रिपोर्ट में इन मौतों के लिए सीधे सरकार को जिम्मेदार माना गया है.

दरअसल, ब्रिटिश मेडिकल जर्नल 'द लांसेट' में शुक्रवार को प्रकाशित एक संपादकीय में कहा गया है कि भारत एक अगस्त 2021 तक एक मिलियन अर्थात दस लाख कोरोना मौतों का गवाह बन सकता है. इसमें कहा गया है कि अगर यह परिणाम एक वास्तविकता होंगे तो इसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी. रिपोर्ट के मुताबिक अगले तीन महीने में साढ़े सात लाख मौत का खतरा है.
लांसेट एडिटोरियल ने 'इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन' के हवाले से लिखा है. यह एक स्वतंत्र वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान संगठन है. संपादकीय में कहा गया कि भारत ने कोरोना को नियंत्रित करने में भारी कोताही बरती है, जिसका परिणाम वह भुगत रहा है.
मेडिकल जर्नल के संपादकीय ने भारत में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. कहा गया है कि सुपरस्प्रेडर इवेंट की चेतावनी के बावजूद सरकार ने धार्मिक त्योहारों को अनुमति दी, जिनमें पूरे देश से लाखों लोग पहुंचे. राजनीतिक रैलियां की गईं, जिनमें कोरोना प्रोटोकॉल की कोई परवाह ही नहीं की गई.
इसके अलावा टीकाकरण अभियान का धीमा पड़ना भी वायरस के संक्रमण के सबसे बड़े कारणो में से एक रहा है. संपादकीय में यह भी लिखा गया कि कोरोना संकट के दौरान सरकार की आलोचना और विमर्श को रोकने की सरकार की कार्रवाईयों के लिए कोई बहाना नहीं दिया जा सकता है.
यह भी बताया गया कि कोरोना की दूसरी लहर के बारे में शुरू में ही चेतावनियां जारी की गई थीं, उसे नजरअंदाज कर दिया गया. मार्च की शुरुआत में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने से पहले, भारत के स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना को Endgame घोषित कर दिया था. जबकि ऐसा नहीं हुआ और कोरोना वायरस ने जमकर तबाही मचाई.
लांसेट में भारत में कोरोना काबू करने को लेकर सलाह भी दी गई है. इसमें बताया गया कि पहले टीकाकरण अभियान में बदलाव कर इसे तार्किक बनाया जाए और तेजी से लागू किया जाए. इसके लिए वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाई जाए और डिस्ट्रीब्यूशन कैंपेन चलाया जाए, जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करे.
दूसरी सलाह यह दी गई कि अगर लॉकडाउन की संभावना बन रही है तो इससे इंकार नहीं किया जाना चाहिए. लोगों के सामने सही आंकड़े प्रकाशित करने होंगे. ताकि जनता को बताया जा सके कि असलियत में देश में क्या हो रहा है.
वहीं Institute for Health Metrics and Evaluation, Washington के मुताबिक, भारत में अगर हालात नहीं सुधरे तो एक सितंबर 2021 तक मरने वालों की संख्या 1,496,460 पहुंच सकती है.
मालूम हो कि भारत में अभी वर्तमान में कोरोना से कुल मौतों का आंकड़ा दो लाख 42 हजार के ऊपर हो चुका है. भारत में कोरोना के कहर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश में लगातार चौथे दिन कोरोना के 4 लाख से अधिक नए केस सामने आए हैं. जबकि लगातार दूसरे दिन 4 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हुई है.

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