COVID-19

कोरोना वायरस महामारी के कारण रीढ़ से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी हुई

Teja
26 Aug 2021 5:42 PM GMT
कोरोना वायरस महामारी के कारण रीढ़ से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी हुई
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कोरोना वायरस महामारी के दौरान रीढ़ से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी के बीच भारत, जापान और कनाडा के चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम तीन दिनों के कार्यक्रम में लाइव सर्जरी करेगी और विषय से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कोरोना वायरस महामारी के दौरान रीढ़ से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी के बीच भारत, जापान और कनाडा के चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम तीन दिनों के कार्यक्रम में लाइव सर्जरी करेगी और विषय से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेगी. यह जानकारी गुरुवार को आयोजकों ने दी. उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ऑफ स्पाइनल सर्जन्स ऑफ इंडिया (एएसएसआई) की तरफ से ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में 25 अंतरराष्ट्रीय और 50 से अधिक भारतीय डॉक्टर अपने विचार साझा करेंगे. इसका आयोजन स्पाइनल कोर्ड सोसायटी और इंडियन स्पाइनल इंजूरी सेंटर के सहयोग से किया जा रहा है.

इसने बयान जारी कर कहा कि महामारी के दौरान रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं बढ़ी हैं, जिसके मद्देनजर एएसएसआई 27 अगस्त से तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. जिस दौरान निर्देशन पाठ्यक्रम का आयोजन होगा और रीढ़ की लाइव सर्जरी की जाएगी. बयान में बताया गया कि जापानीज सोसायीटी फॉर स्पाइन सर्जरी एंड रिलेटेड रिसर्च (जेएसएसआर) और कनाडियन स्पाइन सोसायटी भी कार्यक्रम में शामिल होगा.
कोरोना दिमाग तक कैसे पहुंचता है और उसे डैमेज करता है?
कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने दुनियाभर के लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है. कोविड से जूझने के बाद लाखों लोग उबर तो गए हैं, लेकिन हाल ​के दिनों में सामने आई 'लॉन्ग कोविड' की स्थिति ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है. लॉन्ग कोविड एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कोविड-19 का सामना करने वाले बहुत से लोगों को लंबे समय तक इस बीमारी के लक्षणों को झेलना पड़ता है.
अध्ययनों से पता चलता है कि कोविड-19 से संक्रमित लोगों में से कम से कम 5 से 24 फीसदी लोगों में संक्रमण के कम से कम तीन से चार महीने बाद तक इसके लक्षण बने रहते हैं. लॉन्ग कोविड के जोखिम को अब उम्र या कोविड की बीमारी की प्रारंभिक गंभीरता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ नहीं माना जाता है. इसलिए कम उम्र के लोगों में और शुरू में हल्के कोविड वाले लोगों में अभी भी लॉन्ग कोविड के लक्षण विकसित हो सकते हैं.
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