नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवायजरी जारी कर जिला और राज्य स्तर पर कोरोना फ्रंट पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों की लिस्ट बनाने को कहा है. मंत्रालय ने नोडल अधिकारियों को बताया है कि ये लिस्ट कैसे तैयार की जाए. इस लिस्ट में प्राइवेट और सरकारी दोनों अस्पतालों के कर्मचारियों का नाम होगा. इस लिस्ट को Electronic Vaccine Intelligence Network (E-VIN) पर तैयार किया जाएगा.
एडवायजरी में बताया गया है कि कैसे कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करके इसे COVID Vaccine Beneficiary Management System पर अपलोड करना है. गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री कुछ दिनों पहले कह चुके हैं कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन भारत में बन कर तैयार हो सकती है. इसी क्रम में ये सारी तैयारियां की जा रही हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन निर्माण और उसके डेलिवरी सिस्टम पर समीक्षा बैठक कर चुके हैं.
कोरोना वैक्सीन की प्राथमिकताओं को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण द्वारा लिखा गया खत टीवी को मिला है. लेटर में कहा गया है कि हेल्थ केयर वर्कर्स की लिस्ट तैयार होने से वैक्सीन आने के बाद लाभांवितों को तलाशना बेहद आसान होगा.
जिन फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले वैक्सीन दी जानी है उसमें नर्स और आशा वर्कर्स को भी शामिल किया गया है. इसके अलावा मेडिकल ऑफिसर्स, एलोपैथिक डॉक्टर्स, टीचिंग और नॉन टीचिंग डॉक्टर्स, आयुष डॉक्टर्स को पहले वैक्सीन दी जाएगी. ऐसे मेडिकल प्रैक्टिशनर्स की संख्या करीब 20 लाख है. इसके अलावा पैरामेडिकल स्टाफ का भी डेटा तैयार किया जाएगा. इनमें सभी तकनीशियन (लैब, ऑपरेशन थियेटर आदि), फार्मासिस्ट्स, फिजियोथेरेपिस्ट्स, वार्ड बॉय, साइंटिस्ट्स, रिसर्चर्स को भी शामिल किया गया है. साथ ही सरकार कुछ अन्य कर्मचारियों के वैक्सीनेशन पर भी विचार कर रही है.
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