केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने भिलाई मे ललित कला अकादमी के रीजनल सेन्टर खोलने की दी अनुमति
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भिलाई। ललित कला अकादमी, नई दिल्ली का रीजनल सेन्टर भिलाई मे शीघ्र खुलेगा। विगत दिनो केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने सांसद विजय बघेल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए इसकी सहमति दे दी है। इस मुलाकात के दौरान रायपुर के सांसद सुनील सोनी तथा ललित कला में छत्तीसगढ़ के पहले एक्जीक्यूटिव बोर्ड मेम्बर …
भिलाई। ललित कला अकादमी, नई दिल्ली का रीजनल सेन्टर भिलाई मे शीघ्र खुलेगा। विगत दिनो केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने सांसद विजय बघेल के अनुरोध को स्वीकार करते हुए इसकी सहमति दे दी है। इस मुलाकात के दौरान रायपुर के सांसद सुनील सोनी तथा ललित कला में छत्तीसगढ़ के पहले एक्जीक्यूटिव बोर्ड मेम्बर डा. अंकुश देवांगन उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल भिलाई मे समृद्ध कलात्मक गतिविधियो के मद्देनजर इसे मध्यभारत के एक बड़े कलाकेंद्र बनाने को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने केंद्रीय संस्कृति मंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति बहुत ही संपन्न है जिसका केंद्रबिन्दु सदा से भिलाई रहा है। जहां लगभग छः दशकों से विविध कलाएं पुष्पित पल्लवित होती रही है। जिसका श्रेय निस्संदेह रूप से भिलाई इस्पात संयंत्र को जाता है। पौराणिक काल में भगवान् श्री राम के ननिहाल रहा यह कोसल प्रदेश माता कोसल्या का माईका भी रहा है। यही के सिहावा पर्वत में रहने वाले श्रृगी ऋषि के आशीर्वाद के फलस्वरूप ही राजा दशरथ को चार पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई थी। कालान्तर में छठवी शताब्दी में महारानी वासटा द्वारा निर्मित सिरपुर का लक्षमण मंदिर और मिनी खजुराहो कहलाने वाले भोरमदेव मंदिर भी विश्व प्रसिद्ध है। सांसद विजय बघेल ने किशन रेड्डी को बताया कि बस्तर के बेलमेटल कला, सरगुजा के भित्तिचित्र और खैरागढ संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारो द्वारा बनाए जा रहे विश्वस्तरीय कलाकार्य बहुत ही उच्चकोटि के हैं।
रीजनल सेन्टर खुल जाने से यहां के कलाकारो को बड़ा कैनवास मिलेगा और उन्हे बड़े शहरों में नही भटकना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भिलाई मध्यभारत का एक ऐसा बड़ा कलाकेन्द्र बन सकता है जहां देश विदेश के लोग महानगरों की भागदौड़ से दूर अपना दो पल शांति और सूकून में बिता सकते हैं। जिसकी वर्तमान समय में पूरी दुनिया को आवश्यकता है। इससे रोजगार के भी नये और व्यापक आयाम पैदा होंगे। सांसद ने रीजनल सेन्टर के उद्घाटन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में जी किशन रेड्डी को अग्रिम रूप से आमंत्रित भी कर लिया है। रायपुर सांसद सुनील सोनी ने भी भिलाई मे रीजनल सेन्टर के महत्व को प्रासंगिक बताते हुए इसे शीघ्र खोले जाने की बात कही है। संस्कृति मंत्री ने सांसद के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ के इस समृद्ध धरा में जरूर ललित कला का रीजनल सेन्टर खोलेंगे। इस बाबत उन्होंने मंत्रालयीन सचिवों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में फिर से भाजपा सरकार बनने पर भी दोनो सांसदों को बधाई दी है। साथ ही विजय बघेल के द्वारा बनाए गए घोषणा पत्र को इस चुनाव का ट्रंप कार्ड कहा है जिसके कारण बाजी पलट गई थी और जिसकी सराहना स्वयं प्रधानमंत्री मोदी जी ने की है। सांसद विजय बघेल ने केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के ही अंतर्गत आने वाले नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के डायरेक्टर चितरंजन त्रिपाठी द्वारा भिलाई मे एन.एस.डी. के भी रीजनल सेन्टर खोले जाने हेतु दिये गये प्रस्ताव का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि इससे केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के दो-दो अति महत्वपूर्ण संस्थान भिलाई मे खोले जाने का रास्ता साफ हो गया है। ललित कला अकादमी के एक्जीक्यूटिव बोर्ड मेम्बर अंकुश देवांगन ने संस्कृति मंत्री को ललित कला के देश के इस आठवें सेन्टर खोलने की सहमति देने पर आभार जताया है। साथ ही विगत अनेक वर्षों से संघर्ष कर रहे अपने वरिष्ठ कलाकारो और भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रति भी कृतज्ञता जाहिर की है।
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