खाद्य अधिकारी से व्यापारी परेशान, पैसे नहीं देने पर छापेमारी करने के आरोप
दंतेवाड़ा। जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी पर व्यापारियों से सालाना पैसे वसूली करने का आरोप लगा है। जिले की किराना दुकानों, होटल और ढाबों से लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं। जिन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनकी दुकानों पर छापा मारा जाता है और जिसने दे दिए, तो उनकी बल्ले-बल्ले हो जाती है, यानी उनकी …
दंतेवाड़ा। जिले के खाद्य सुरक्षा अधिकारी पर व्यापारियों से सालाना पैसे वसूली करने का आरोप लगा है। जिले की किराना दुकानों, होटल और ढाबों से लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं। जिन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनकी दुकानों पर छापा मारा जाता है और जिसने दे दिए, तो उनकी बल्ले-बल्ले हो जाती है, यानी उनकी दुकान, होटल या ढाबे की चेकिंग नहीं होती है।
हालांकि, अफसर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। दंतेवाड़ा और गीदम के व्यापारियों ने नाम न लिखने और चेहरा न दिखाने की शर्त पर मीडिया घराने को बताया कि दंतेवाड़ा के खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुष्मित देवांगन व्यापारियों से पैसे वसूली करते हैं। छोटे किराना दुकानों से लगभग 10 से 15 हजार और बड़े किराना दुकानों से 20 से 25 हजार रुपए का सालाना पैकेज बंधा है।
इसी तरह जिले के ढाबा और होटलों से भी सालाना वसूली की जाती है। किराना दुकान की ही तरह छोटे ढाबा और रेस्तरां से 20 से 25 हजार रुपए और बड़े ढाबा और होटल-रेस्तरां से 30 से 35 हजार रुपए वसूले जाते हैं।